लखनऊ: डिफेंस एक्सपो 2020 में तमाम बड़े हथियार प्रदर्शनी के लिए लगाए गए हैं. इनमें भारत में ही बनाए गए हैवीवेट टारपीडो वरूणास्त्र सबसे खास है. इसकी खासियत यह है कि दुश्मनों की पानी में छिपने वाली पनडुब्बियों पर यह बड़ा प्रहार करता है. इसे नेवल डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी लेबोरेटरी ने विकसित किया है. यह भारत में बना पहला हैवीवेट टारपीडो है. इसका इस्तेमाल फ्रीगेट्स, डिस्ट्रॉयर जैसे युद्धपोत के खिलाफ सेना के ऑपरेशन में किया जाता है.
रिमोट कंट्रोल गाइड सिस्टम से संचालित
वरुणास्त्र की एक और खास बात यह है कि यह अत्यंत ही ऑटोमेटिक और रिमोट कंट्रोल गाइड सिस्टम से संचालित होता है. एक बार फायर किए जाने के बाद यह अपने टारगेट का पीछा करने लगता है और उसको नष्ट करके ही दम लेता है. इसे पानी में आगे बढ़ने के लिए हाई एनर्जी यानी जेएन प्रोपल्शन बैटरी से काफी अधिक ताकत मिलती है. इसे इंडियन नेवी में शामिल किया गया है.
वरुणास्त्र सबसे अच्छा प्रोडक्ट रहा है. इसे भारतीय स्वदेशी तकनीक से लैस किया गया है. इंडियन नेवी में इसे शामिल किया गया है. यह हैवीवेट टारपीडो में गिना जाता है. दुश्मन के किसी भी नेवी शिप या पनडुब्बियों को मार गिराने में सक्षम है. इसे पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बनाया गया है. इसमें सभी प्रोडक्ट स्वदेशी हैं और इंडियन नेवी में शामिल किया गया है.
-सयान घोष, वरिष्ठ तकनीकी सहायक, डीआरडीओ
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