आगरा: कोरोना महामारी से बचने के लिए टीकारकण का अभियान जोरों पर है. ताजनगरी में भी लोग कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं. जिले के बाह ब्लॉक के बिजौली गांव में शनिवार को टीकाकरण के लिए कैंप लगाया गया, जहां लोगों ने कोरोना को मात देने के लिए टीकाकरण कराया. टीकाकरण अभियान के पहले दिन स्वास्थ्य विभाग के सामने कई समस्याएं आयीं. टीकाकरण के लिए आने वाले लोगों में अधिकांश लोग बिना टीकाकरण कराए ही लौट गए. ऐसे में कुल 40 लोगों को टीका लग पाया.
खंड विकास अधिकारी ने क्या कहा?
टीकाकरण के संबंध में खंड विकास अधिकारी मुकेश कुमार ने कहा, शासन स्तर से प्रत्येक ग्राम पंचायत को संक्रमण की रोकथाम के लिए टीकाकरण कराने के दिशा निर्देश दिए गए हैं, इसी के अनुपालन में आज ट्रायल के तौर पर बाह ब्लॉक की ग्राम पंचायत बिजौली में पहला टीकाकरण कैम्प लगाया गया. यहां के अनुभव के आधार पर आगे अन्य ग्रामपंचायतों में टीकाकरण कार्यक्रम पर निर्णय लिया जाएगा.
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अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
वही टीकाकरण कराने वाले लोगों में चल रही अफवाह को लेकर उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मी, एएनएम, आशा के द्वारा लोगों को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है. कोरोना की लगाई जाने वाली वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है, ये समझाने की कोशिश की जा रही है. वही टीकाकरण कराने आये राजेश कुमार शर्मा और उनकी पत्नी उर्मिला ने टीकाकरण कराने के बाद बताया कि उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई है और वह लोगों से भी अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराने की अपील करते हैं, जिससे इस कोरोना महामारी को देश से भगाया जा सके. वही ग्राम पंचायत बिजौली के नवनिर्वाचित प्रधान विनोद सिंह ने बताया की शासन के निर्देश के अनुसार ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और विकासखंड के अधिकारियों के निर्देश पर अपने ग्राम पंचायत में पंचायत भवन में कोरोना के टीकाकरण के लिए कैंप लगवाया.
टीका लगाने से पहले करवाया गया टेस्ट
कैंप में टीका लगवाने वालों का पहले कोरोना टेस्ट किया गया. शनिवार को 212 लोगों की कोरोना की एन्टीजन जांच और 182 लोगों की आरटीपीसीआर जांच की गईं, जिसमें बिठौली निवासी एक महिला और एक पुरूष संक्रमित मिले. शनिवार को बाह सीएचसी पर 18 से 44 वर्ष के 90 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया गया. वहीं 45 से 60 वर्ष वालों में 3 लोगों ने पहली डोज लगवायी. 60 से ऊपर वालों में 17 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवायी.