लखनऊ/ऋषिकेश: विधानसभा यमकेश्वर के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहनोई पूरन पयाल सहित 8 लोगों पर शांति भंग के तहत चालान की कार्रवाई की गई है. सभी लोगों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन द्वारा शांति भंग की चालानी कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेट कोटद्वार को रिपोर्ट प्रेषित की गई थी. जिसमें मजिस्ट्रेट के द्वारा इन सभी को 20 जनवरी 2022 को न्यायालय में पेश होने के आदेश दिए थे.
विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है. चुनाव के मद्देनजर प्रशासन द्वारा नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. इसी कड़ी में पुलिस के द्वारा 17 जनवरी 2022 को कोटद्वार मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट प्रेषित कि गई कि पूरन पयाल ग्राम कोठार सहित अन्य आठ लोग जो संभवतः किसी पार्टी का प्रचार-प्रसार करते हुए शांति भंग की स्थिति पैदा कर सकते हैं. इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए मजिस्ट्रेट कोटद्वार ने भी रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए इन सभी को 20 जनवरी 2022 को न्यायालय में पेश होकर 25 हजार रुपए का मुचलका भरने का आदेश दिया था.
जानें क्या कह रहे अधिकारी: इस मामले में यमकेश्वर के उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि चुनाव के मद्देनजर लगातार धारा 107/116 CRPC की कार्रवाई की जा रही है. इसी के अंतर्गत कुछ लोगों का चालान किया गया है, इन सभी को न्यायालय में पेश होने के आदेश दिए गए हैं.
वहीं, पौड़ी एसएसपी यशवंत सिंह ने बताया कि इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती, लेकिन 107/116 में उनके खिलाफ चालान होता है, यह कार्रवाई शांति भंग की आशंका के चलते की जाती है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पूरे जिले में हो रही है. एसएसपी ने कहा कि इसे किसी व्यक्ति विशेष से जोड़कर न देखा जाए, यह कार्रवाई चुनावों में सभी जगहों पर हो रही है.
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