लखनऊ: प्रदेश के 26 जिलों में शनिवार को हल्की बारिश और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का अलर्ट जारी किया गया है. प्रदेश में मानसून सक्रिय होने के कारण बारिश लगातार जारी है. हालांकि कुछ जिलों में धूप निकलने के साथ भीषण गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं. शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में सुबह के समय बादल आंशिक रूप से छाए रहे. इस बीच कहीं-कहीं छिटपुट बारिश भी हुई.
शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से 1.8 डिग्री कम है वहीं न्यूनतम तापमान 25 जून को 9 डिग्री सेंटीग्रेड रिकॉर्ड गया जो कि सामान्य है. मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और कहीं-कहीं छिटपुट बारिश की संभावना जताई है. मौसम वैज्ञानिकों ने शनिवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई है. पूर्व उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा बना हुआ है.
शुक्रवार को इन जिलों में हुई बारिश
शुक्रवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में सबसे ज्यादा बारिश 28.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा हरदोई में 1.6 मिलीमीटर, गोरखपुर में 2.6 मिलीमीटर, वाराणसी में 8 मिलीमीटर, सोनभद्र जिले में 3.8 मिलीमीटर, बहराइच में 1.3 मिलीमीटर, अयोध्या में 14 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
इन जिलों में जारी किया गया येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग द्वारा सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, अलीगढ़, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, बलिया, मऊ, आजमगढ़, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, गाजीपुर, संत कबीर नगर के आसपास के जिलों में हल्की बारिश के कारण येलो अलर्ट जारी किया गया है. वह 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा के साथ-साथ आकाशी बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है.
क्या होते हैं ग्रीन, रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग ग्रीन, रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट में संदेश होता है कि कोई खतरा नहीं है. येलो अलर्ट आने वाले खतरे के प्रति सचेत करता है. येलो अलर्ट को मौसम विज्ञान विभाग जैसे-जैसे मौसम खराब होता है, ऑरेंज अलर्ट में परिवर्तित कर देता है. ऑरेंज अलर्ट में बारिश व आंधी की पूरी संभावनाएं होती हैं. इस अलर्ट के बाद लोगों को सावधान होना चाहिए और इधर-उधर जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए.रेड अलर्ट का मतलब है कि स्थिति अत्यंत खतरनाक है. मौसम विभाग के अनुसार ऐसे मौसम में इधर-उधर नहीं निकलना चाहिए. इस अलर्ट का अर्थ है, मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. भारी बारिश होने की अधिक संभावना होती है.
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क्या बोले मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक डॉ जेपी गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में लगातार मानसून सक्रिय है, जिसके कारण पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है. अभी तीन-चार दिन तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा. कुछ हिस्सों में बारिश होने के साथ ही तेज धूप व उमस का सामना करना पड़ेगा.