लखनऊ: राजधानी लखनऊ में तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही चल रहा है. जो कि सामान्य है, बावजूद इसके लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह की गर्मी बरसात के महीने में बारिश के बाद निकलने वाली तेज धूप से शुरू होती है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से दिन का अधिकतम तापमान मे वृद्धि दर्ज की जा रही है, तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आस-पास ही चल रहा है. बरसात के बाद निकली तेज धूप व उमस लोगों को बेहद परेशान कर रही है. उमस के कारण पंखे और कूलर मानो हवा ही नहीं दे रहे हैं.
मंगलवार को रहा अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस
मंगलवार को राजधानी लखनऊ अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस कम है.वहीं न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से 1.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, राजधानी लखनऊ में बुधवार को कहीं-कहीं बादलों की आवाजाही रहेगी. सामान्यतया मौसम साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी. वहीं उत्तर प्रदेश के नम स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिक डॉ जेपी गुप्ता ने बताया बारिश के बाद मौसम में नमी होने के कारण धूप निकलने पर उमस बढ़ती है. जुलाई तक इसी तरह से गर्मी पड़ सकती है, हालांकि बीच-बीच में बारिश होने से लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिलेगी.
मंगलवार को उत्तर प्रदेश के रायबरेली 12 मिलीमीटर , सोनभद्र 14 मिलीमीटर, वाराणसी 14 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. वाराणसी में लगातार बारिश होने से सड़कें और गलियों में पानी भरा हुआ है. बारिश होने से इन जिलों में मौसम सुहावना बना हुआ है.
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग ने आजमगढ़, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, जौनपुर, बस्ती, अयोध्या, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, चंदौली, प्रतापगढ़ और इसके आसपास के जिलों में बारिश के साथ-साथ 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है.
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क्या होते हैं ग्रीन, रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग ग्रीन, रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट में संदेश होता है कि कोई खतरा नहीं है. येलो अलर्ट आने वाले खतरे के प्रति सचेत करता है. येलो अलर्ट को मौसम विज्ञान विभाग जैसे-जैसे मौसम खराब होता है, ऑरेंज अलर्ट में परिवर्तित कर देता है. ऑरेंज अलर्ट में बारिश व आंधी की पूरी संभावनाएं होती हैं. इस अलर्ट के बाद लोगों को सावधान होना चाहिए और इधर-उधर जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए.रेड अलर्ट का मतलब है कि स्थिति अत्यंत खतरनाक है. मौसम विभाग के अनुसार ऐसे मौसम में इधर-उधर नहीं निकलना चाहिए. इस अलर्ट का अर्थ है, मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. भारी बारिश होने की अधिक संभावना होती है.