लखनऊ : नए साल में उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने नए लक्ष्य तय किए हैं. इस बार सघन चेकिंग के साथ ही बकाया टैक्स की वसूली के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. जिससे राजस्व की बढ़ोतरी हो सकती है उस विषय पर विभाग ज्यादा फोकस करेगा. बिना परमिट यात्री वाहन, तय क्षमता से ज्यादा माल लादने वाले वाहन और पिछले कई सालों से टैक्स बकाए में दौड़ रहे वाहनों पर कड़ी कार्रवाई होगी. दिन-रात 24 घंटे तीन शिफ्टों में आरटीओ के प्रवर्तन दस्तों की टीम बांटकर चेकिंग कराई जाएगी. लखनऊ परिक्षेत्र में 18 टीमें बनाई गई हैं.
लखनऊ जोन के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद (Deputy Transport Commissioner Nirmal Prasad) का कहना है कि यह टीमें लखनऊ मंडल की अलग-अलग सीमाओं पर दिन रात ड्यूटी कर वाहनों की चेकिंग करेंगी, जिससे बीते वर्ष लक्ष्य में जो कमियां रह गई हैं उन्हें इस साल दुरुस्त किया जा सके. उन्होंने बताया कि बीते वर्ष माल यानों से मिले लक्ष्य के मुताबिक, लखनऊ संभाग 70 फीसदी से ज्यादा लक्ष्य तक पहुंचा. यात्री वाहनों से लक्ष्य के मुताबिक, दूसरे नंबर पर रहा. वाहन टैक्स के मामले में तय लक्ष्य से 74 फीसदी तक पहुंचा. इस साल सभी तरह के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने की योजना है. अधिकारियों की टीमें अभियान चलाकर इस लक्ष्य को जरूर हासिल करेंगी, इसकी पूरी उम्मीद है.
बता दें बीते दिनों उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अपने डिपो की 10 निगम बसों को तो क्षेत्रीय प्रबन्धक और सेवा प्रबन्धक अपने क्षेत्र के सभी डिपो की दो-दो निगम बसों को गोद लेंगे. इस तरह बसों का रख-रखाव हो सकेगा. उन्होंने कहा था कि परिवहन निगम में बसों के रख-रखाव, संचालन और यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं में वृद्धि किए जाने के लिए "परिवर्तन की ओर" अभियान चलाया जाएगा.
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