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राजधानी की बिजली व्यवस्था बेहतर करें, लापरवाही पर नपेंगे अधिकारी: प्रमुख सचिव

उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा व उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने मध्यांचल मुख्यालय में बिजली की बेहतर सप्लाई के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी की बिजली व्यवस्था बेहतर करना अभियंताओं की जिम्मेदारी है.

लखनऊ की बिजली व्यवस्था
लखनऊ की बिजली व्यवस्था
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Published : Jun 9, 2022, 11:07 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा व उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज बुधवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खगारौत के कार्यभार ग्रहण करने के बाद मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने इस मौके पर मध्यांचल मुख्यालय में बिजली की बेहतर सप्लाई के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी की बिजली व्यवस्था बेहतर हो ये सभी अभियंताओं की जिम्मेदारी है. वे पूरी लगन और निष्ठा के साथ मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री के निर्देशों का पालन करें. बिजली की ट्रिपिंग की समस्या को जड़ से खत्म किया जाए.

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने राजधानी की बिजली व्यवस्था को कैसे बेहतर किया जा सके इसे लेकर बैठक की. उन्होंने दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा लखनऊ की बिजली व्यवस्था को लेकर संवेदनशील हैं. इसमें जरा सी भी लापरवाही न बरती जाए. अगर लापरवाही की गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. पहले भी लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका है. ऐसे में अभी भी अगर लापरवाही बरतते हैं तो कार्रवाई जरूर होगी.

बैठक में मौजूद निदेशक व मुख्य अभियंता स्तर के अभियंताओं को लिखित सुझाव भी दिए गए. उन्होंने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड व लखनऊ विद्युत संपूर्ण संपूर्ति प्रशासन (लेसा) के वरिष्ठ अफसरों से पूछा कि ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का काम अभी तक क्यों नहीं किया गया? मौजूद निदेशक व अभियंता इसका जवाब सही से नहीं दे पाए. इस पर पावर कारपोरेशन चेयरमैन ने कहा कि युद्धस्तर पर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का कार्य किया जाए. फीडर का लोड चेक करें और लोड के अनुरूप ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई जाए. अगर उपभोक्ता स्वीकृत लोड से अधिक बिजली उपयोग कर रहा है तो उसके कनेक्शन का लोड बढ़ाया जाए. बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जूनियर इंजीनियर से लेकर वरिष्ठ अधिकारी रात 12 बजे तक पेट्रोलिंग पर रहें.

यह भी पढ़ें: यूपी में रिकॉर्ड आपूर्ति के बावजूद बिजली संकट से कराह रहे गांव और शहर

बैठक में ट्रांसमिशन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वितरण में सामंजस्य और बेहतर करें, जिससे बिजली बाधित न हो. प्रमुख सचिव ने कहा कि अगर स्थानीय फाल्ट को शीघ्र दुरुस्त करने के लिए गैंग बढ़ाने की आवश्यकता है तो उसे तत्काल बढ़ाएं. प्रमुख सचिव ऊर्जा व उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने कहा कि जूनियर इंजीनियर से लिखित में जवाब लिया जाए कि उनके क्षेत्र में किसी ट्रांसफार्मर के पास कूड़ा का स्टोर न हो. इससे ट्रांसफार्मर के पास आग लगने की घटनाएं कम होंगी. प्रमुख सचिव ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि पिछले दिनों लगातार ट्रांसफार्मर के पास आग लगने की घटनाएं हुईं हैं. इसकी वजह यही आ रही है कि आसपास कूड़ा जमा था और उसमें आग लगने के चलते ट्रांसफार्मर भी जलकर खाक हो गया.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा व उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज बुधवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खगारौत के कार्यभार ग्रहण करने के बाद मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने इस मौके पर मध्यांचल मुख्यालय में बिजली की बेहतर सप्लाई के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी की बिजली व्यवस्था बेहतर हो ये सभी अभियंताओं की जिम्मेदारी है. वे पूरी लगन और निष्ठा के साथ मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री के निर्देशों का पालन करें. बिजली की ट्रिपिंग की समस्या को जड़ से खत्म किया जाए.

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने राजधानी की बिजली व्यवस्था को कैसे बेहतर किया जा सके इसे लेकर बैठक की. उन्होंने दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा लखनऊ की बिजली व्यवस्था को लेकर संवेदनशील हैं. इसमें जरा सी भी लापरवाही न बरती जाए. अगर लापरवाही की गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. पहले भी लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका है. ऐसे में अभी भी अगर लापरवाही बरतते हैं तो कार्रवाई जरूर होगी.

बैठक में मौजूद निदेशक व मुख्य अभियंता स्तर के अभियंताओं को लिखित सुझाव भी दिए गए. उन्होंने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड व लखनऊ विद्युत संपूर्ण संपूर्ति प्रशासन (लेसा) के वरिष्ठ अफसरों से पूछा कि ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का काम अभी तक क्यों नहीं किया गया? मौजूद निदेशक व अभियंता इसका जवाब सही से नहीं दे पाए. इस पर पावर कारपोरेशन चेयरमैन ने कहा कि युद्धस्तर पर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का कार्य किया जाए. फीडर का लोड चेक करें और लोड के अनुरूप ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई जाए. अगर उपभोक्ता स्वीकृत लोड से अधिक बिजली उपयोग कर रहा है तो उसके कनेक्शन का लोड बढ़ाया जाए. बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जूनियर इंजीनियर से लेकर वरिष्ठ अधिकारी रात 12 बजे तक पेट्रोलिंग पर रहें.

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बैठक में ट्रांसमिशन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वितरण में सामंजस्य और बेहतर करें, जिससे बिजली बाधित न हो. प्रमुख सचिव ने कहा कि अगर स्थानीय फाल्ट को शीघ्र दुरुस्त करने के लिए गैंग बढ़ाने की आवश्यकता है तो उसे तत्काल बढ़ाएं. प्रमुख सचिव ऊर्जा व उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने कहा कि जूनियर इंजीनियर से लिखित में जवाब लिया जाए कि उनके क्षेत्र में किसी ट्रांसफार्मर के पास कूड़ा का स्टोर न हो. इससे ट्रांसफार्मर के पास आग लगने की घटनाएं कम होंगी. प्रमुख सचिव ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि पिछले दिनों लगातार ट्रांसफार्मर के पास आग लगने की घटनाएं हुईं हैं. इसकी वजह यही आ रही है कि आसपास कूड़ा जमा था और उसमें आग लगने के चलते ट्रांसफार्मर भी जलकर खाक हो गया.

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