लखनऊः साल 2017 में बीजेपी सरकार बनने के बाद धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में सराहनीय काम हुआ है. अयोध्या में राममंदिर बनने की कवायद शुरू होने के बाद से ये शहर धार्मिक पर्यटन का हब बनता जा रहा है. इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि तीन महीने पहले बड़ी संख्या में पर्यटन विभाग ने गाइडों को प्रशिक्षित किया. ये प्रशिक्षण लिये हुए गाइड विदेश से आने वाले पर्यटकों को अयोध्या की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के बारे में लोगों को बतायेंगे. जिससे यहां का पर्यटन उद्योग में और भी इजाफा होगा.
पर्यटन विभाग ने चिन्हित किए 250 पर्यटक स्थल
प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम का कहना है कि पर्यटन विभाग ने उत्तर प्रदेश में 250 ऐसे स्थल चिन्हित किए हैं. जहां पर मेले लगते हैं. इन स्थलों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने पर लगातार काम चल रहा है. जिससे इन पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को किसी तरह की समस्या न हो.
काशी, अयोध्या, गोरखपुर और विंध्याचल में तेजी से चल रहे काम
प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर की घोषणा के बाद अयोध्या पर्यटन का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरा है. इसके साथ ही प्रयागराज, गोरखपुर, विंध्याचल, मथुरा, वृंदावन और बरसाना में भी लगातार विकास कराये जा रहे हैं. इसके साथ ही बुद्धिस्ट सर्किट कुशीनगर, श्रावस्ती, कौशांबी और सारनाथ जहां बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं, यहां पर भी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. जिससे पर्यटकों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.
प्रदेश में बढ़ रही पर्यटकों की संख्या
प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम ने बताया कि कोविड-19 के बाद लोगों ने घरों से निकलना शुरु कर दिया है. यही वजह है कि दुधवा कतर्नियाघाट, अयोध्या, गोरखपुर के रामगढ़ ताल, मथुरा, आगरा और संगम पर लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है. नये साल पर गोरखपुर के रामगढ़ ताल में ही 5 लाख से अधिक पर्यटक आये. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में लगातार पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है.
4 सालों में कई टूरिस्ट स्थल किये गये चिन्हित
पर्यटन सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि विगत 4 सालों में हम लोगों ने प्रदेश के कई टूरिस्ट स्थलों को चिन्हित किया है. जिस तरह से विदेशों की फ्लाइट बंद है, ऐसे में हम लोग डोमेस्टिक टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं. इसके साथ ही ऐसे स्थलों में सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, जिससे लोग इन स्थलों पर आएं और राजस्व में वृद्धि हो सके.
पर्यटन के क्षेत्र में ये हुए अनोखे काम
2017 में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद सरकार ने अयोध्या पर विशेष ध्यान दिया और यही वजह है कि अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम मनाया गया. 2020 में अयोध्या में ऐतिहासिक दीपावली भी मनाई गई. जिसमें 5,51,000 दीपक जलाए गये. अयोध्या दीपोत्सव ने लगातार दो सालों में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया. वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंगा में क्रूज़ सेवा भी शुरू की गई. जिसे आगे और बढ़ाकर प्रयागराज तक चलाया जाएगा. इसके बाद अयोध्या में भी क्रूज चलाने की योजना पर विचार चल रहा है. राजधानी लखनऊ के झूलेलाल वाटिका में भी अयोध्या की तर्ज पर 1,00,000 दीपक दीपावली की पूर्व संध्या पर जलाए गए. इसके साथ ही 2019 में प्रयागराज कुंभ की यूनेस्को ने भी सराहना की है.
पूरे प्रदेश में मनाया गया यूपी दिवस
24 जनवरी को उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में यूपी दिवस मनाया. नोएडा में 3 दिनों तक ये समारोह मनाया गया. वहीं प्रदेश के सभी जनपदों में 1 दिन यूपी दिवस मनाया गया और इस यूपी दिवस के माध्यम से केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के बारे में जनता को बताया गया. इसके साथ ही कबीर उत्सव और चौरी-चौरा कांड के 100 वर्ष होने पर शताब्दी वर्ष भी मनाया गया. इस कार्यक्रम के माध्यम से आजादी की लड़ाई में सराहनीय योगदान देने वाले सेनानियों को भी याद किया गया.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में सराहनीय काम किया है. यही वजह है कि प्रदेश के जितने भी धार्मिक पर्यटन के स्थल हैं. वहां पर मूलभूत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. जिससे देश प्रदेश से आने वाले पर्यटकों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.