लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर योगी सरकार पर हमला बोला. पार्टी की तरफ से सोमवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म, बलात्कार और उनकी हो रही हत्याओं के बाद पुलिस आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं करती है. इससे अपराधियों के हौसले चरम पर हैं. महिलाओं के साथ जिस तरह वीभत्स और घृणित घटनाएं सामने आ रही हैं, उसे सुनकर रूह कांप जाती है, लेकिन योगी सरकार झूठ बोलकर उन पर पर्दा डालने का पाप करती है.
प्रदेश भर में हुईं इस तरह की घटनाएं
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मेरठ के सरधना में कोचिंग के लिए गई 13 वर्षीय बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म व जहर देकर उसको मार डालने वाले आरोपियों के विरुद्ध पांच दिन तक मुकदमा न दर्ज हुआ. उन्होंने कहा कि योगी सरकार सामूहिक दुष्कर्म, बलात्कार, हत्या जैसे घृणित अपराध के आरोपियों को संरक्षण देकर उनके हौसले बढ़ा रही है. अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मानवता को शर्मसार करने वाली सामूहिक दुष्कर्म, हत्या और हत्या के प्रयास के मामले दिन-प्रतिदिन सामने आ रहे हैं.
आगरा में हुईं ये घटनाएं
आगरा के एत्मादपुर में पति के सामने विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म, दो अप्रैल को हापुड़ में दसवीं की छात्रा के साथ बलात्कार व हत्या की घटना, झांसी में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म व हत्या कर शव फेंकना, अलीगढ़ में 15 वर्षीय मासूम के साथ बलात्कर कर शव को रेल पटरियों पर फेंक देना, जबकि इस मामले में पुलिस को आरोपियों द्वारा अपहरण करने व पांच लाख की फिरौती परिवार से मांगने की जानकारी थी इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई. बालिका का शव मिलने और विरोध होने पर मुकदमा दर्ज हुआ.
अमरोहा का मामला
अमरोहा में अपहरण कर दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता या उसके परिवारजन न्याय के लिए दर-दर भटकने को विवश हुए. विपक्ष और मीडिया द्वारा आवाज उठाने पर आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो पाया. योगी सरकार उत्तर प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अत्याचार, उत्पीड़न पर आरोपियों के साथ खड़े होकर उनके हौसले बढ़ा रही है. लड़कियां दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं. मुख्यमंत्री अन्य राज्यों में जाकर उत्तर प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था का झूठा बखान कर रहे हैं.
महिलाओं के साथ अपराधों में पहले पायदान पर यूपी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी सरकार में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध में आरोपियों को संरक्षण देकर उनका हौसला बढ़ाने की रणनीति की कलई खुल गई है. राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के 2017 से अब तक के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं के साथ हो रहे घृणित अपराधों में उत्तर प्रदेश देश में पहले पायदान पर योगी राज में पहुंच चुका है. उन्होंने आंकड़ों के आधार पर प्रदेश में महिलाओं के साथ वीभत्स दुष्कर्म की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि योगी के सत्ता सम्भालने के बाद से महिलाओं के साथ-साथ अबोध, मासूम बच्चियों, युवतियों और वृद्ध महिलाएं तक असुरक्षित हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा में सवाल का जवाब देते हुए योगी सरकार ने स्वयं स्वीकार किया कि हर सेगमेंट में महिला उत्पीड़न, बलात्कार, सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं रुक नहीं रहीं.
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आंकड़े बयां कर रहे कहानी
2018 में आए एनसीआरबी के रिकार्ड को देखें तो दयनीय स्थिति स्पष्ट होती है. उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न के कुल 59445 मामलों में 4322 अपराध सामूहिक दुष्कर्म, बलात्कार, हत्या और हत्या के प्रयास के दर्ज हुए. 2019 में एनसीआरबी के आए आंकड़े बताते हैं कि 2017 से 2019 तक मासूम बच्चियों के साथ हुए अपराध में पाक्सो एक्ट में 7444 दर्ज हुए. पूरे देश में पिछले चार सालों में महिलाओं के साथ एसिड अटैक की 150 घटनाएं हुईं. इसमें उत्तर प्रदेश में ही 42 घटनाएं हुईं. यह आंकड़े खुद-ब-खुद बयां करते हैं कि उत्तर प्रदेश की क्या स्थिति है.