लखनऊ : अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सिराथू सीट से विधायक पल्लवी पटेल ने योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि उर्दू भारत में जन्मी जुबान है. यह भाषा यहीं पली और बढ़ी है. यह एक विडंबना है कि तथाकथित भारत के जो पैरोकार हैं, वह कैसे यह भूल रहे हैं कि उर्दू का अपमान मतलब भारत के इतिहास, भारत की विरासत और भारत का अपमान है. इनकी जो भाषा और नफरत है, उसको सुनने के बाद सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कि 'इल्म की तो कोई सीमा हो सकती है, लेकिन जहालत की कोई सीमा नहीं होती है'.
पत्रकारों के सवाल पर पल्लवी पटेल ने कहा कि थोड़ा संभल कर बोलिए. ऐसे सवाल करके आप सीधे नरेंद्र मोदी जी की पोल खोल देंगे. नमामि गंगे के नाम पर अरबों-खरबों का घोटाला और उसके बाद गंगा को बेच दिया अडानी को. कहना गलत नहीं होगा कि न सिर्फ गंगा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को भ्रष्टाचार से मैला कर रहे हैं यह लोग. गौरतलब है कि पल्लवी पटेल अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन हैं. दोनों बहनों में अनबन है और एक सत्ता पक्ष तो दूसरी विपक्ष में हैं.
इससे पहले 18 फरवरी को शुरू हुए विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन पक्ष-विपक्ष में खूब रार हुई. विधानसभा अध्यक्ष की इस घोषणा कि सदन की कार्यवाही का ब्यौरा अब अंग्रेजी के साथ ही चार अन्य भाषाओं अवधी, भोजपुरी, ब्रज और बुंदेली में अनुवाद किया जाएगा, का विपक्ष ने जमकर विरोध किया था. विपक्ष की मांग थी कि यह ब्यौरा अन्य भाषाओं के साथ ही उर्दू में भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए. वहीं सपा नेता अंग्रेजी में विधानसभा कार्यवाही का ब्यौरा देने का भी विरोध कर रहे थे. इस मुद्दे पर विपक्ष की मांग के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा था कि आप लोग देश को कठमुल्लापन की तरफ ले जाना चाहते हैं. पल्लवी पटेल का आज का बयान इसी संदर्भ में आया है.