लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारी और कर्मचारी यात्रियों से बदसलूकी कर रहे हैं. आए दिन उनकी पिटाई कर देते हैं. इससे परिवहन निगम की छवि धूमिल हो रही है. बुधवार को कैसरबाग बस स्टेशन की इंक्वायरी पर तैनात एक महिला कर्मचारी ने बस की इंक्वायरी करने आई युवती को बुरी तरह पीट दिया. स्टेशन पर तैनात अन्य कर्मचारियों ने किसी तरह बीच-बचाव कर युवती को बचाया. इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. प्रकरण संज्ञान में आने के बाद अवध डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक सत्यनारायण चौधरी ने महिला कर्मचारी फैजा फारूकी को निलंबित कर दिया है.
जानकारी के अनुसार कैसरबाग बस स्टेशन पर उन्नाव के भगवंतनगर के लिए एक युवती पूछताछ काउंटर पर बस की इंक्वायरी करने पहुंची थी. आरोप है कि इंक्वायरी पर तैनात महिलाकर्मी फैजा फारूकी ने जानकारी नहीं दी. इस पर यात्री ने कहा कि यह तो पूछताछ काउंटर है यहां पर तो जानकारी देनी ही पड़ेगी. फिर क्या था फैजा का पारा चढ़ गया. बस स्टेशन पर मौजूद लोगों का कहना है कि महिला कर्मचारी आवेश में काउंटर से बाहर निकल आई और युवती को दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई करनी शुरू कर दी. युवती को पिटता देख अन्य यात्री बीच-बचाव करने आए. स्टेशन पर मौजूद अन्य कर्मचारियों को जानकारी हुई तो वह काम छोड़कर बीच-बचाव करने पहुंचे. कैसरबाग बस स्टेशन पर तैनात टाइम कीपर आमिर जावेद ने फैजा फारूकी और युवती को अलग किया.
अवध डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक सत्यनारायण चौधरी ने बताया कि फैजा इस वक्त कैसरबाग बस डिपो के पूछताछ काउंटर पर तैनात थी. फैजा फारूकी के बारे में पहले भी शिकायतें आई थीं. गुरुवार के प्रकरण में बस के छूटने और काउंटर पर बस लगने की गलत सूचना पूछताछ काउंटर पर तैनात महिला परिचालक ने दी थी. इससे परिवहन निगम की छवि धूमिल हुई है. इसी के चलते कार्रवाई करते हुए महिला परिचालक को निलंबित कर दिया गया है.
आलमबाग बस स्टेशन पर हुई थी यात्री की पिटाई
इससे पहले आलमबाग बस स्टेशन पर तैनात रहीं एसएसआई ज्योति अवस्थी ने भी एक यात्री की जमकर पिटाई कर दी थी. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंची थी. जिसके बाद ज्योति अवस्थी को वहां से हटाया गया था. अभी कुछ दिन पहले ही प्रयागराज रीजन की एक बस में संविदा परिचालक ने एक महिला यात्री की पिटाई कर दी थी. जिसके बाद रोडवेज प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए रोडवेज ने परिचालक अजीत सिंह की संविदा समाप्त कर दी थी.