लखनऊ: कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण देश भर में लॉकडाउन है. ऐसे में रोडवेज बसों का भी संचालन नहीं हो रहा है. संविदा कर्मचारियों को डर था कि जब बस संचालन ही नहीं हुआ है तो उन्हें कैसे वेतन मिलेगा, लेकिन परिवहन निगम ने सभी 38 हजार संविदा कर्मियों को वेतन देने का फैसला लिया है. जिसके अंतर्गत मार्च माह सभी को वेतन मिलेगा.
रोडवेज प्रशासन का तर्क है कि आपातकालीन समय में संविदा कर्मियों ने गरीब मजदूरों को उनके घर पहुंचाया है. परिवहन मंत्री ने भी सभी संविदा कर्मियों के काम की सराहना की थी. अब यूपीएसआरटीसी के एमडी डॉ. राजशेखर ने मार्च माह का सभी संविदा कर्मियों को वेतन जारी करने के निर्देश दे दिए हैं.
बता दें कि 38 हजार संविदा कर्मियों का मार्च का वेतन कुल 52 करोड़ होगा. यूपीएसआरटीसी अपनी बचत से यह 52 करोड रुपए संविदा कर्मियों को वेतन के रूप में दे रहा है. इसमें लगभग 17 करोड़ मार्च में लॉकडाउन अवधि के दौरान नॉन ऑपरेशनल 10 दिनों के लिए भी शामिल है.
यूपीएसआरटीसी ने उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध भी किया है कि वह 17 करोड़ को अनुदान राहत राशि के रूप में दे. जिससे यूपीएसआरटीसी आने वाले समय में प्रदेशवासियों को अच्छी बस सेवा उपलब्ध करा सके.