लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने का मामला सपा की ओर से सोमवार को विधान परिषद में उठाया गया. पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेताओं और सरकारी पदों पर बैठे लोगों पर भी सवाल खड़े किए. सत्ता और विपक्ष की नोकझोंक और हंगामे के बाद विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने सरकार को अखिलेश यादव की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने दिया जवाब
नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने सदन को सूचित किया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को वही सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है, जो प्रदेश के अन्य मुख्यमंत्रियों को प्राप्त है. उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा राज्य सरकार की ओर से मिली हुई है, जिसमें 180 सुरक्षाकर्मियों को उनके साथ तैनात किया गया है. एक बुलेट प्रूफ गाड़ी भी दी गई है और 5 लोगों की सपोर्ट टीम भी है. उन्होंने कहा कि एनएसजी की सुरक्षा केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है, उसके बारे में राज्य सरकार कोई निर्णय नहीं कर सकती है. उनके इस बयान से समाजवादी पार्टी के सदस्य असंतुष्ट दिखे. इस पर सभापति रमेश यादव ने नेता सदन से कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित कराएं.
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सुरक्षा में की जा रही लापरवाही
विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में लगातार लापरवाही की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और सरकार में बैठे लोगों की ओर से ऐसे लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है, जो उनके लिए अपमानजनक टिप्पणी करते हैं या उनकी सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं.