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लखनऊ: अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर सदन में हंगामा, नेता सदन ने दिया ये जवाब

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. नेता प्रतिपक्ष ने पूर्व मुख्‍यमंत्री की जान को खतरा बताकर सुरक्षा की मांग की.

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विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह
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Published : Feb 17, 2020, 7:49 PM IST

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने का मामला सपा की ओर से सोमवार को विधान परिषद में उठाया गया. पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेताओं और सरकारी पदों पर बैठे लोगों पर भी सवाल खड़े किए. सत्ता और विपक्ष की नोकझोंक और हंगामे के बाद विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने सरकार को अखिलेश यादव की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर सदन में हंगामा.
सदन में उठा अखिलेश यादव की सुरक्षा का मामलासमाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सोमवार की सुबह विधान परिषद शुरू होते ही अखिलेश यादव की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने का मामला उठाया. नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने सदन में सबसे पहले चर्चा शुरू की. इस पर नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने यह कहकर विरोध किया कि यह प्रश्न काल है. यह चर्चा नियमों के तहत नहीं कराई जा रही है. 15 मिनट सदन की कार्यवाही चली, इसके बाद आधे घंटे के लिए सदन को रोकना पड़ा. दोबारा सदन व्यवस्थित हुआ तो प्रश्नकाल का समय बीत चुका था और शून्यकाल में सभापति ने विपक्ष के सदस्यों नरेश उत्तम पटेल, उदयवीर सिंह, आनंद भदौरिया समेत कई सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका दिया.

नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने दिया जवाब
नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने सदन को सूचित किया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को वही सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है, जो प्रदेश के अन्य मुख्यमंत्रियों को प्राप्त है. उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा राज्य सरकार की ओर से मिली हुई है, जिसमें 180 सुरक्षाकर्मियों को उनके साथ तैनात किया गया है. एक बुलेट प्रूफ गाड़ी भी दी गई है और 5 लोगों की सपोर्ट टीम भी है. उन्होंने कहा कि एनएसजी की सुरक्षा केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है, उसके बारे में राज्य सरकार कोई निर्णय नहीं कर सकती है. उनके इस बयान से समाजवादी पार्टी के सदस्य असंतुष्ट दिखे. इस पर सभापति रमेश यादव ने नेता सदन से कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित कराएं.

इसे भी पढ़ें - CAA प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई का मुद्दा विधान परिषद में गूंजा

सुरक्षा में की जा रही लापरवाही
विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में लगातार लापरवाही की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और सरकार में बैठे लोगों की ओर से ऐसे लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है, जो उनके लिए अपमानजनक टिप्पणी करते हैं या उनकी सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं.


लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने का मामला सपा की ओर से सोमवार को विधान परिषद में उठाया गया. पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेताओं और सरकारी पदों पर बैठे लोगों पर भी सवाल खड़े किए. सत्ता और विपक्ष की नोकझोंक और हंगामे के बाद विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने सरकार को अखिलेश यादव की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर सदन में हंगामा.
सदन में उठा अखिलेश यादव की सुरक्षा का मामलासमाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सोमवार की सुबह विधान परिषद शुरू होते ही अखिलेश यादव की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने का मामला उठाया. नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने सदन में सबसे पहले चर्चा शुरू की. इस पर नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने यह कहकर विरोध किया कि यह प्रश्न काल है. यह चर्चा नियमों के तहत नहीं कराई जा रही है. 15 मिनट सदन की कार्यवाही चली, इसके बाद आधे घंटे के लिए सदन को रोकना पड़ा. दोबारा सदन व्यवस्थित हुआ तो प्रश्नकाल का समय बीत चुका था और शून्यकाल में सभापति ने विपक्ष के सदस्यों नरेश उत्तम पटेल, उदयवीर सिंह, आनंद भदौरिया समेत कई सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका दिया.

नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने दिया जवाब
नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने सदन को सूचित किया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को वही सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है, जो प्रदेश के अन्य मुख्यमंत्रियों को प्राप्त है. उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा राज्य सरकार की ओर से मिली हुई है, जिसमें 180 सुरक्षाकर्मियों को उनके साथ तैनात किया गया है. एक बुलेट प्रूफ गाड़ी भी दी गई है और 5 लोगों की सपोर्ट टीम भी है. उन्होंने कहा कि एनएसजी की सुरक्षा केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है, उसके बारे में राज्य सरकार कोई निर्णय नहीं कर सकती है. उनके इस बयान से समाजवादी पार्टी के सदस्य असंतुष्ट दिखे. इस पर सभापति रमेश यादव ने नेता सदन से कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित कराएं.

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सुरक्षा में की जा रही लापरवाही
विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में लगातार लापरवाही की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और सरकार में बैठे लोगों की ओर से ऐसे लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है, जो उनके लिए अपमानजनक टिप्पणी करते हैं या उनकी सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं.


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