ETV Bharat / state

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर जल्द देना पड़ेगा टोल टैक्स! यूपीडा ने किया स्पष्ट - उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर जल्द ही टोल टैक्स वसूली शुरू होने की चर्चा को लेकर यूपीडा ने बयान जारी किया है. यूपीडा की फिलहाल अभी ऐसी कोई तैयारी नहीं है. चलिए जानते हैं इस बारे में.

Etv Bharat
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
author img

By

Published : Aug 12, 2022, 1:59 PM IST

Updated : Aug 12, 2022, 3:47 PM IST

लखनऊ: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर फिलहाल अभी टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा. यूपीडा के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार अभी टोल टैक्स वसूली की कोई भी तैयारी नहीं है. जब तक सभी जन सुविधाएं उपलब्ध नहीं होंगी तब तक टोल टैक्स की वसूली नहीं होगी. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर लगभग 1 साल का समय टोल टैक्स की वसूली में लग सकता है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी माह की शुरुआत में 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण (bundelkhand expressway inauguration) किया. इसके साथ ही बुंदेलखंड के निवासियों के लिए चित्रकूट से नई दिल्ली 6 घंटे में पहुंचने का रास्ता साफ हो गया. इससे पहले तक यह दूरी करीब 10 घंटे में तय होती थी. इस प्रोजेक्ट की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में रखी थी. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इसे दो साल दो महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया है. चार लेन वाले वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 14,850 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है.

यह भी पढ़ें: Raksha Bandhan: रक्षाबंधन पर बच्चियों से मिले सीएम योगी, उज्ज्वल भविष्य के लिए दी शुभकामनाएं

यह खासियत है बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की

यूपी सरकार का दावा है कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी आई. एक्सप्रेसवे के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों तक लोगों की सफर आसान हो जाएगी. यह चित्रकूट और इटावा के साथ सात जिलों, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और औरैया से होकर गुजर रहा है. चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास से शुरू होकर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा जिले के कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है. इसमें श्यामा, यमुना, बेतवा जैसी नदियों के ऊपर से होकर गुजरा है. 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में 4 रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल और 19 फ्लाईओवर बनाए गए हैं. इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली तक सफर के दौरान यात्रियों को 6 टोल प्लाजा से गुजरना होगा.

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुताबिक, अभी यह एक्सप्रेसवे चार लेन का है. आने वाले समय में इसमें दो लेन और बढ़ाए जाएंगे और यह 6 लेन का हो जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को हरा-भरा बनाने के लिए इसके दोनों किनारों पर सात लाख पौधे लगाए जाएंगे. जालौन में एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसे विकास का एक्सप्रेसवे बताया. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम प्रदान करेगा. उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर फिलहाल अभी टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा. यूपीडा के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार अभी टोल टैक्स वसूली की कोई भी तैयारी नहीं है. जब तक सभी जन सुविधाएं उपलब्ध नहीं होंगी तब तक टोल टैक्स की वसूली नहीं होगी. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर लगभग 1 साल का समय टोल टैक्स की वसूली में लग सकता है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी माह की शुरुआत में 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण (bundelkhand expressway inauguration) किया. इसके साथ ही बुंदेलखंड के निवासियों के लिए चित्रकूट से नई दिल्ली 6 घंटे में पहुंचने का रास्ता साफ हो गया. इससे पहले तक यह दूरी करीब 10 घंटे में तय होती थी. इस प्रोजेक्ट की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में रखी थी. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इसे दो साल दो महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया है. चार लेन वाले वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 14,850 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है.

यह भी पढ़ें: Raksha Bandhan: रक्षाबंधन पर बच्चियों से मिले सीएम योगी, उज्ज्वल भविष्य के लिए दी शुभकामनाएं

यह खासियत है बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की

यूपी सरकार का दावा है कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी आई. एक्सप्रेसवे के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों तक लोगों की सफर आसान हो जाएगी. यह चित्रकूट और इटावा के साथ सात जिलों, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और औरैया से होकर गुजर रहा है. चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास से शुरू होकर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा जिले के कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है. इसमें श्यामा, यमुना, बेतवा जैसी नदियों के ऊपर से होकर गुजरा है. 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में 4 रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल और 19 फ्लाईओवर बनाए गए हैं. इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली तक सफर के दौरान यात्रियों को 6 टोल प्लाजा से गुजरना होगा.

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुताबिक, अभी यह एक्सप्रेसवे चार लेन का है. आने वाले समय में इसमें दो लेन और बढ़ाए जाएंगे और यह 6 लेन का हो जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को हरा-भरा बनाने के लिए इसके दोनों किनारों पर सात लाख पौधे लगाए जाएंगे. जालौन में एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसे विकास का एक्सप्रेसवे बताया. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम प्रदान करेगा. उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Aug 12, 2022, 3:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.