लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम यात्रियों को वातानुकूलित बसों से सस्ती यात्रा कराने के लिए योजना तैयार कर रहा है. इस योजना के तहत परिवहन निगम के साथ एसी बसों का अनुबंध किया जाएगा. करीब 300 से अधिक एसी बसों का अनुबंध करने के लिए परिवहन निगम बड़े निवेशकों को आमंत्रित करेगा. निगम के अधिकारियों का कहना है कि अनुबंध करने वाले बस स्वामियों को प्रशासनिक शुल्क में छूट दी जाएगी, जिससे वे रोडवेज के साथ अनुबंध करेंगे. रोडवेज के बेड़े में एसी बसें अनुबंध पर जुड़ने से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अपने बेड़े में 1000 साधारण बस शामिल करने की तैयारी में है, जिसमें अनुबंधित बसें एसी होंगी, जिन्हें यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज के साथ जोड़ा जाएगा. सस्ते किराए वाली एसी बसों का अनुबंध किया जाएगा. इसके लिए कार्ययोजना तैयार हो गई है. जिन 1000 बसों का कॉन्ट्रैक्ट होना है इनमें 600 से 700 साधारण बसें और 300 एसी बसें शामिल करने का प्लान है. इन एसी बसों का साइज लगभग 40 सीट का होगा. इसके पीछे निगम अधिकारियों का तर्क है कि बड़े निवेशकों के साथ छोटे निवेशक हिस्सा ले सकेंगे जिससे अनुबंध के बाद बसों की संख्या बढ़ जाएगी.
हटेंगी एसी जनरथ बसेंः यात्रियों को सुविधा देने के लिए परिवहन निगम ने सस्ती दर पर वातानुकूलित जनरथ बसों का संचालन किया था. वर्तमान में भी दो तरह की जरूरत बसे संचालित हो रही हैं, लेकिन अब समस्या यह है कि साल 2015 से लेकर 2017 तक खरीदी गई 675 जनरथ बसें अब धीरे-धीरे कबाड़ होने लगी हैं. उन्हें हटाने की प्रक्रिया चल रही है. आए दिन बसें हादसे का शिकार हो रही हैं जिससे रोडवेज को काफी नुकसान हो रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारीः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (सीजीएम टेक्निकल) रवींद्र सिंह का कहना है कि 1000 बसों के अनुबंध की योजना बनाई गई है. इनमें वातानुकूलित और साधारण दोनों श्रेणियों की बसें होंगी. इस प्लान के जरिए यात्रियों को सस्ते किराये में एसी बसों से यात्रा करने का मौका मिलेगा.
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