लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार महिला अपराध में कमी लाने के लिए लगातार काम कर रही है. यूपी महिला अपराधों में लिप्त अपराधियों को सबसे ज्यादा सजा दिलाने में सबसे आगे है. साल 2022 में यूपी में 61.0 प्रतिशत अपराधियों को सजा दी गई.
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि महिलाओं के विरुद्व अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने की अपराध दर साल 2019 में पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर पूरे देश में जहां सर्वाधिक यूपी में 55.2 प्रतिशत रही. जबकि यह दर उत्तराखण्ड में 50.6 प्रतिशत, राजस्थान में 45.5 प्रतिशत, झारखण्ड में 44.7 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 32.3 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 26.5 प्रतिशत एवं पंजाब में 23.1 प्रतिशत रही थी.
वहीं, साल 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने की दर पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर पूरे देश में जहां यूपी में सर्वाधिक 61.0 प्रतिशत रही. जबकि यह दर उत्तराखण्ड में 41.8 प्रतिशत, राजस्थान में 47.5 प्रतिशत झारखण्ड में 51.0 प्रतिशत, बिहार में 43.9 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 37.5 प्रतिशत एवं मध्यप्रदेश में 33.2 प्रतिशत रही है.
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ICJS के तहत प्रदेश का अभियोजन विभाग देश में शीर्ष स्थान पर है. बीते दिनों गृह मंत्रालय ने यूपी अभियोजन विभाग (UP Prosecution Department) को प्रथम पुरस्कार दिया था. वहीं ई-प्रॉसीक्यूशन पोर्टल पर लगभग 70 लाख से अधिक प्रविष्टियों के दर्ज होने के साथ पूरे देश में उत्तर प्रदेश शीर्ष स्थान पर है. दूसरे स्थान पर मध्य प्रदेश द्वारा 18 लाख प्रविष्टियां व तीसरे स्थान पर गुजरात द्वारा 04 लाख प्रविष्टियां दर्ज की गयी है.
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