लखनऊ: कानपुर के घटना क्रम में अब एक नया मोड़ सामने आया है. इसके तार अब मध्यप्रदेश के शहडोल से जुड़ गए हैं. यूपी एसटीएफ की टीम ने शहडोल से ज्ञानेंद्र निगम उर्फ राजू को अपने साथ लेकर गई है. पांच लाख के इनामी विकास दुबे की तलाश में यूपी की कई टीम लगी हुई हैं. एसटीएफ की टीम भी लगी हुई है. विकास दुबे की तलाश में यूपी एसटीएफ की टीम मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के बुढ़ार तक पहुंच गई है.
ज्ञानेंद्र निगम उर्फ राजू को यूपी एसटीएफ लेकर गई
शहडोल एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के मुताबिक यूपी एसटीएफ द्वारा बुढ़ार पुलिस से संपर्क किया गया था. कानपुर घटना क्रम में विकास दुबे की तलाश की जा रही है. ज्ञानेंद्र निगम उर्फ राजू विकास दुबे का पुराना साथी रहा है, विकास दुबे का साला है. इस इन्वेस्टिगेशन में उसकी आवश्यकता है. बुढ़ार पुलिस ने उसे सौंप दिया है और यूपी एसटीएफ उसे लेकर गई है.
जानिए कौन है ज्ञानेंद्र निगम उर्फ राजू
कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या करने वाला विकास दुबे फरार है. उसकी तलाश में यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम लगी हुई हैं. यूपी एसटीएएफ की टीम मंगलवार को शहडोल पहुंची और ज्ञानेंद्र निगम के लड़के को लेकर चली गई थी. जिसके बाद शाम को ज्ञानेंद्र निगम एसपी ऑफिस पहुंचा. जहां उसने अपने बच्चे को छुड़वाने को कहा. साथ ही कानपुर घटनाक्रम में हर तरह से सहयोग करने की बात कही.
ज्ञानेंद्र निगम विकास दुबे का साला है और शहडोल के बुढ़ार में पिछले कई साल से अपना व्यापार कर रहा है. मंगलवार को राजू ने इस बात को कहा भी था कि उसने 15 साल से विकास दुबे से कोई संपर्क नहीं रखा है और न ही कोई फोन किया है. वह कानपुर की जिंदगी को भुलाकर अब शहडोल में अपना व्यापार कर रहा है. वह पिछले 15 साल से सबकुछ छोड़ चुका है. विकास दुबे से उसका कोई संपर्क नहीं हैं. यूपी पुलिस को उसके सहयोग करने की बात को शहडोल पुलिस ने यूपी पुलिस तक पहुंचा दी थी. जिसके बाद बुधवार को यूपी एसटीएफ की टीम ज्ञानेंद्र निगम को लेकर चली गई.