लखनऊ : कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल के स्वीमिंग पूल में बीते शुक्रवार को तैराकी सीखने गए 11वीं के छात्र ओम बुधौलिया की मौत हो गई थी. हैरानी की बात यह रही कि उसी स्वीमिंग में 25 और कैडेट तैराकी सीखने गए थ. उसी दौरान उनका एक साथी लापता हो गया, लेकिन किसी को खबर तक नहीं हुई. इसके साथ इन कैडेट की सुरक्षा के लिए कोच, सहायक कोच, सहायक कुल 4 लोग थे. यह लोग भी कैडेट के डूबने की घटना से अंजान रहे. इस मामले में जांच के बाद चार दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बर्खास्त व एक निलंबित कर दिया गया है.
स्टैंडर्ड मल्टीटेक स्वीमिंग पूल वाॅटर ट्रीटमेंट कर्मचारियों तथा स्विमिंग कोच सत्या चौहान, लाइफ गार्ड हिमांशू शर्मा, गेट कीपर अमरदीप की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं. घटनाक्रम के समय कार्यरत विद्यालय के कार्मिक राजीव कुमार हाउस मैटर्न को भी निलंबित कर दिया गया है. राजीव कुमार को निलंबित अवधि में बिना अनुमति के परिसर में आने की अनुमति नहीं है. साथ ही विद्यालय आवास में रहेंगे और किसी भी प्रकार की जांच में बुलाने पर उपस्थित होंगे. कैंपस छोड़ने की अनुमति नहीं है. कैंपस छोड़ने के लिए अनुमति लेनी होगी. सीनियर हाउस के छात्र- सैनिकों के विभिन्न कार्यो में सहायता के लिए स्थानीय सेवा प्रदाता एजेंसी के माध्यम से कार्यरत बलराम पांडेय की भी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.
मंडलायुक्त ने दिए थे जांच का आदेश : मंडलायुक्त रौशन जैकब ने मौका मुआयना करके जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कैप्टन मनोज पांडेय सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया था. सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य कर्नल राजेश राधव ने भी आन्तरिक जांच कमेटी बनाई थी और कहा था कि कोई भी दोषी बक्शा नहीं जाएगा.
सेवा प्रदाता कंपनी ब्लैक लिस्टेड : आंतरिक जॉच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया स्विमिंग प्रशिक्षण हेतु अनुबन्धित संस्था मेसर्स स्टैंडर्ड मल्टीटेक स्वीमिंग पूल वाटर ट्रीटमेन्ट वृन्दावन योजना, रायबरेली रोड, लखनऊ को दोषी मानते हुए संस्था को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है.
छात्र को नहीं आती थी स्विमिंग : मंडलायुक्त की ओर से प्रधानाचार्य को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि इस घटना की प्रथम दृश्टया जांच करने पर यह प्रतीत होता है कि छात्र को तैराकी नहीं आती थी. जिन बच्चों को तैराकी नहीं आती थी, उनकी सूची बनाकर उन पर विशेष रूप से सतर्कता बरतनी चाहिए थी. घटना के चार-पांच घंटे के बाद छात्र का शव बरामद होने से स्पष्ट है कि स्विमिंग टीचर इंचार्ज द्वारा स्विमिंग के लिए बच्चों को ले जाते व वापस लाते समय उनकी गणना करने में सतर्कता नहीं बरती गई. इसके अलावा स्विमिंग के दौरान कोच व सुरक्षा गार्ड भी मौके से अनुपस्थित थे. इससे यह स्पष्ट होता है कि आपके द्वारा स्विमिंग पूल के संचालन संबंधित क्रियाकलापों का नियमित रूप से निरीक्षण एवं प्रशिक्षण नहीं किया जा रहा है. इसमें आपकी निष्क्रियता तथा शिथिलता व लापरवाही साफ दिख रही है.
प्रिंसिपल ने मंडलायुक्त को जवाब भेजा : मंडलायुक्त रोशन जैकब की तरफ से उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य कर्नल राजेश राघव को छात्र की मौत के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में जारी नोटिस का प्रधानाचार्य ने जवाब दिया है. प्रधानाचार्य ने मंडलायुक्त को भेजे जवाब में कहा है कि 'इस घटना की जांच के लिए विद्यालय प्रशासन की ओर से जांच समिति का गठन किया था. जांच समिति की अंतिम रिपोर्ट के आधार पर स्विमिंग प्रशिक्षण के लिए अनुबंधित संस्था स्टैंडर्ड मल्टीटेक स्विमिंग पूल वॉटर ट्रीटमेंट को ब्लैक लिस्ट कर दिया है. इसके अलावा कंपनी के कर्मचारी, स्विमिंग कोच, लाइफ गार्ड व गेटकीपर आदि की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं. इसके अलावा घटना के समय ड्यूटी पर कार्यरत विद्यालय के कर्मचारी राजीव कुमार जो हाउस मैट्रन के पद पर हैं. उन्हें तत्काल प्रभाव से उनके पद से निलंबित कर दिया है तथा जांच समिति की अंतिम रिपोर्ट आने तक उनके विद्यालय परिसर छोड़ने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. इसके अलावा सीनियर हाउस के छात्र सैनिकों के विभिन्न कार्यों के सहायता के लिए एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कर्मचारी बलराम पांडेय की सेवाएं भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं.