लखनऊः यूपी के अधिकतर जनपदों में प्रवाहित होने वाली यमुना नदी में प्रदूषण सबसे ज्यादा दिल्ली में ही होता है. बावजूद इसके उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यमुना को साफ-सुथरा बनाए रखने के प्रयास में लगा हुआ है. यमुना में बढ़ रहे प्रदूषण को न रोक पाने को लेकर यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिल्ली सरकार को पत्र भी लिखा है. इस मामले में यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जेपीएस राठौर ने ETV BHARAT से बातचीत की.
दिल्ली में प्रदूषित हो रही यमुना नदी
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जेपीएस राठौर का कहना है कि यमुना नदी में सबसे ज्यादा प्रदूषण दिल्ली में ही फैलता है. यह नदी यूपी के अधिकतर जनपदों से होकर गुजरती है. दिल्ली के लोग लगातार यमुना नदी को प्रदूषित कर रहे हैं. ऐसे में हम कहां तक इस नदी को शुद्ध करें. दिल्ली में लगातार बढ़ रहे यमुना में प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार को पत्र भी लिखा जा चुका है.
नोएडा से इटावा तक बनाया गया एक्शन प्लान
राठौर ने कहा कि यमुना नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए नोएडा से लेकर इटावा तक एक्शन प्लान बनाया गया है. जिस तरह से गंगा को साफ किया गया, उसी तरह से यमुना नदी को भी साफ किया जाएगा. युद्ध स्तर पर यह अभियान चलाया जा रहा है.
यमुना के किनारे बनाए जाएंगे एसटीपी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि यमुना नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए नदी के किनारे एसटीपी बनाए जाएंगे. इसके साथ ही प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है. इस कड़ी में एक चीनी मिल पर कार्रवाई भी की गई. इसके साथ ही यमुना नदी के किनारे पढ़ने वाले नगर पालिका नगर निगम व पंचायत को भी प्रदूषण रोकथाम के लिए आगे आना होगा. हम 24 घंटे मॉनिटरिंग कर रहे हैं, जिससे यमुना नदी को प्रदूषित होने से बचाया जा सके.