लखनऊ : यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर से लेकर आरक्षियों तक के ट्रांसफर अक्टूबर में किए गए थे. बावजूद इसके जिला पुलिस ने अधिकतम पुलिसकर्मियों को अब तक रिलीव नहीं किया है. इसको लेकर राज्य के डीजीपी विजय कुमार ने नाराजगी जाहिर की है. डीजीपी ने सभी पुलिस कमिश्नर और कप्तानों को एक हफ्ते में सभी ट्रांसफर हुए पुलिसकर्मियों को कार्य मुक्त करने के निर्देश दिए हैं.
डीजीपी विजय कुमार ने सभी जिलों के एसपी और कमिश्नर को पत्र लिखते हुए कहा है कि यह देखा जा रहा है कि यूपी पुलिस बल के जिन अराजपत्रित अधिकारियों, कर्मचारियों के समयावधि, प्रशासनिक, जनहित और अनुकम्पा के आधार पर स्थानान्तरण आदेश मुख्यालय पुलिस महानिदेशक द्वारा किए जाते हैं, उनका समय से पालन नहीं किया जा रहा है. डीजीपी ने कहा कि समय से पुलिसकर्मियों को कार्यमुक्त न किए जाने पर मामला कोर्ट तक जाता है और कोर्ट नाराजगी जाहिर करती है. इतना ही नहीं लोक सभा चुनाव भी करीब आ गया है. ऐसे में पुलिसकर्मियों की चुनावी ड्यूटी भी लगाई जानी है. ऐसे में अगले एक हफ्ते में सभी स्थानांतरित पुलिसकर्मियों को कार्यमुक्त किया जाए.
बता दें, डीजीपी द्वारा स्थानांतरित किए गए पुलिसकर्मियों में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के भी इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक शामिल हैं. 25 अक्टूबर को डीजीपी मुख्यालय ने राजधानी के 46 इंस्पेक्टर के तबादले किए थे. इनमें अधिकांश ऐसे इंस्पेक्टर हैं जो अलग अलग थानों के प्रभारी हैं. आदेश जारी होने के दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी इन इंस्पेक्टर को कार्यमुक्त नहीं किया गया है. ऐसे में डीजीपी ने आदेश दिए हैं कि 15 नवंबर तक किसी भी हाल में इन सभी पुलिसकर्मियों को कार्य मुक्त कर डीजीपी मुख्यालय को सूचित किया जाए.