लखनऊ: यूपी में नशे के सौदागरों पर योगी सरकार का कहर टूट रहा है. बीते 23 दिनों में यूपी एसटीएफ (UP STF) ने 12 नशे के सौदागरों को गिरफ्तार कर 549 किलो गांजा, 2 किलो अफीम और 210 ग्राम मारफीन जब्त की है. वहीं, पुलिस ने पूरे राज्य में अलग-अलग छापेमारी कर साढ़े 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत के मादक पदार्थ जब्त किए हैं.
गौ तस्करों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए कुल 2,733 मुकदमे दर्ज करते हुए 348 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें से 16 के खिलाफ NSA, 312 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और 157 के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. यही नहीं गौ तस्कर माफियाओं की 103 मामलों में 30 करोड़ 13 लाख 24 हजार से ज्यादा की काली कमाई से अर्जित संपत्ति भी कुर्क की गई है.
पुलिस की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार 7 महीने में प्रदेश भर में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार के 6,006 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें 6,692 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. इस कार्रवाई में 42,898 किलोग्राम गांजा 610 किलोग्राम चरस, 144 किलोग्राम अफीम, 13 किलोग्राम हेरोईन, 79 किलोग्राम स्मैक, 13 किलोग्राम मारफीन, 200 ग्राम कोकीन, 3,333 किलोग्राम डोड़ा व 14 किलोग्राम सिन्थेटिक नारकोटिक्स साइकोट्रोपिक ड्रग्स बरामद की गई.
यही नहीं अवैध शराब के परिवहन, निर्माण, बिक्री पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पिछले 7 महीनों में कुल 50,615 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. साथ ही 50,094 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनसे कुल 3 लाख 32 हजार 881 लीटर अंग्रेजी शराब, 11 लाख 48 हजार 928 लीटर देशी शराब बरामद करते हुए 23 लाख 51 हजार 154 किलोग्राम लहन और 3,781 अवैध शराब भट्ठियों को नष्ट किया गया है.
इस दौरान प्रदेश भर में चिन्हित माफियाओं के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए शराब मादक पदार्थ माफियाओं पर 4,917 मुकदमे रजिस्टर कर 617 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हैं, जिनमें से 10 आरोपियों पर NSA, 473 पर गैंगस्टर एक्ट, 254 पर गुण्डा एक्ट की कार्रवाई करते हुए 305 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट भी खोली गई है. ऐसे 226 मामलों में इन माफियाओं की काली कमाई से अर्जित 3 अरब 41 करोड़ 86 लाख 45 लाख 362 रूपये की संपत्ति कुर्क की गई है.
दरअसल, बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने अवैध नशे का कारोबार करने वाले माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की थी. इस दौरान उन्होंने इसे क्रिमिनल ऑफेंस नहीं बल्कि राष्ट्रीय अपराध की तरह देखे जाने की बात कही थी. इसके साथ ही उनकी अवैध संपत्ति के जब्तीकरण और अपराधियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाने के भी निर्देश दिए थे.
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