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सीएम योगी बोले, कुंभ में कोई भूखा नहीं सोया; जो दुष्प्रचार कर रहे उनको जनता जवाब देगी - UP ASSEMBLY BUDGET SESSION

सीएम ने कहा कि क्या यह प्रचार करना गलत है कि जिसने भी एक बार डुबकी लगाई, उसने सिर्फ तारीफ की है.

यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के सवालों के जवाब देते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के सवालों के जवाब देते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 19, 2025, 4:40 PM IST

लखनऊ: प्रयागराज महाकुंभ को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 'आज के समाजवादियों के बारे में मैं जानता हूं, वह जिस थाली थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं.' मुख्यमंत्री ने कहा कि 'सपा अध्यक्ष ने कहा कि अकबर का किला में जो वटवृक्ष है यानी वह अक्षय वट का नाम भी नहीं जानते.' सपा के सोशल मीडिया का हैंडल प्रदर्शित करता है कि उनके संस्कार सभ्य समाज को शोभा नहीं देते.

योगी ने मनोज पांडेय को दिया धन्यवाद: मुख्यमंत्री विधानसभा में संग्राम सिंह यादव, आरके वर्मा और आराधना मिश्रा मोना के सवालों का जवाब दे रहे थे. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जो भगदड़ से प्रभावित हुए हैं. सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है, लेकिन इस पर राजनीति करना उचित नहीं है. योगी ने मनोज पांडेय को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने सही तथ्य प्रस्तुत किए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री का शायराना अंदाज भी देखने को मिला.

सीएम योगी ने शायराना अंदाज में सपाइयों को घेरा: सीएम योगी ने कहा...बड़ा हसीन है इनकी जबान का जादू, लगा के, बहारों की बात करते हैं, जिन्होंने रात को चुन-चुन के बस्तियों को लूटा, वहीं बहारों की बात करते हैं..! योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी का पुराना काम है, हर अच्छी बातों का विरोध करना. महाकुंभ कोई शब्द नहीं, यह सनातन का उत्सव है.

सनातन का सम्मान अपराध है तो हम बार-बार करेंगे: पैसे की बर्बादी वाले बयान पर योगी ने सपा को घेरा. उन्होंने लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी के बयानों की भी निंदा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सनातन का सम्मान अपराध है, तो हमारी सरकार यह अपराध करती रहेगी. उन्होंने कहा कि कुंभ में मोहम्मद शमी ने भी स्नान किया. आस्था की डुबकी लगाई. हम सब का स्वागत करते हैं. हां, जो चिढ़ाने आता उन्हें दुत्कार के भगा भी दिया जाता है.

सपाइयों की भाषा सभ्य नहीं: यह लोग महाकुम्भ का विरोध पहले दिन से कर रहे थे. पिछले सत्र में हम चर्चा करवाने को तैयार थे, लेकिन इन्होंने चर्चा में भाग नहीं लिया और भाग खड़े हुए. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले बयान दिया कि इतना पैसा और इतना विस्तार देने की क्या जरूरत है? सपा के सोशल मीडिया हैंडल देखें तो वहां की भाषा उनके संस्कारों को प्रदर्शित करती है. यह भाषा किसी सभ्य समाज की नहीं हो सकती.

सीएम योगी का अखिलेश यादव पर निशाना: सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोग अकबर का किला जानते थे, लेकिन अक्षयवट और सरस्वती कूप नहीं जानते. इनका बयान है, जो सरकार स्नान के आंकड़े रोज बता रही है वह मरने वालों का सही आंकड़ा भी बता दें? इनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव को महाकुंभ फालतू दिखाई देता है.

सीएम योगी बोले, विरोध करने वाले चुपके से डुबकी लगा आए: इनके एक सहयोगी कहती हैं महाकुंभ मृत्युकुम्भ है. इनकी एक नेता जया बच्चन का बयान है कि शवों को गंगा में बहा दिया गया. इससे पानी प्रदूषित हो गया है. यह बयान सपा के सहयोगी आरजेडी टीएमसी और अन्य लोगों के हैं. सनातन के आयोजन को भव्यता से करना क्या कोई अपराध है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष जो शुरू से विरोध कर रहे थे, वह चुपचाप जाकर डुबकी लगा आए.

संक्रमित व्यक्ति का कोई उपचार नहीं: सीएम योगी ने कहा कि आपका दुष्प्रचार हमको बुरा नहीं लगता, क्योंकि हमें पता है, आपकी सोच क्या है. संक्रमित व्यक्ति का कोई उपचार नहीं होता. वह अपने आप ही कुढ़ता रहेगा. महान कार्य को तीन अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है. उपहास से, विरोध से और अंततः स्वीकृति से. स्वीकृति का इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष जो विरोध कर रहे थे, जाकर चुपके से स्नान कर आए.

अपने चुपचाप कोविड वैक्सीन लगवा ली, दूसरों को कहते थे वैक्सीन मत लगवाओ, यह भाजपा की वैक्सीन है. मैं अध्यक्ष जी से अनुरोध करूंगा कि कृपया सभी सदस्यों को महाकुंभ में डुबकी लगवाएं. एक ज्वाइंट सेशन महाकुंभ में होना चाहिए.

दुष्प्रचार सिर्फ कुंभ-महाकुंभ को बदनाम करने की साजिश: कुंभ मेले पर पैसे की बर्बादी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रयागराज शहर के अंदर 14 फ्लाईओवर नौ पक्के घाट बनाए हैं. मॉरीशस के प्रधानमंत्री 2013 में कुंभ में पधारे थे. गंगा में गंदगी को देखकर के कुंभ में अवस्था को देखकर गए थे. संगम का जल पूर्णतः स्नान करने योग्य है. कुंभ-महाकुंभ को सिर्फ बदनाम करना साजिश का हिस्सा है.

उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला को विराजमान किया जाता है, तो समाजवादी पार्टी उसका भी विरोध करती है. शिवपाल जी तो सिर्फ पश्चिम की तरफ जाते हैं. आपको भी कुंभ स्नान के लिए जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को अवसर मिला सभी देशवासियों को जोड़ने का.

2013 में 55 दिन का आयोजन था. इस बार 45 दिन की अवधि है. हमने 10 हजार एकड़ से ज्यादा इसको बढ़ाया. पार्किंग के रूप में 1850 हेक्टेयर की सुविधा हमारी सरकार ने दी. 2013 में कोई पक्का घाट नहीं बना था. हमने 14 नए फ्लाई ओवर बनाए और 60 घाट बनाए हैं.

अब शटल बस संगम तक पहुंचती है. 2013 में अव्यवस्था देखकर मॉरीशस के राष्ट्रपति ने स्नान करने से मना कर दिया था. गंगा जी हों या यमुना जी हों, जितने भी नाले हैं, उनके शुद्धिकरण का काम हमने किया है. विपक्षी नेताओं ने एनजीटी की पुरानी रिपोर्ट के आधार पर दुष्प्रचार का अभियान चलाया.

जिसने डुबकी लगाई, उसने सिर्फ तारीफ की: सीएम ने कहा कि क्या यह प्रचार करना गलत है कि जिसने भी एक बार डुबकी लगाई, उसने सिर्फ तारीफ की है. इतने बड़े आयोजन के बाद भी सभी तारीफ कर रहे हैं. मैं एक बात बताना चाहता हूं कि यह हिंदुस्तान है, कुंभ में कोई भूखा नहीं गया.

वाराणसी में सेवा चल रही है, अयोध्या में सेवा चल रही है और प्रयागराज में सेवा चल रही, जो लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं, उनको जनता स्वीकार नहीं कर रही है. हम दूसरों को उपदेश दे रहे हैं और चुपचाप डुबकी लगाकर चले जा रहे हैं. चाचू को भी साथ लेकर जाना था, अकेले चले गए. पाण्डे जी आप जाइए और चाचू को भी लेकर जाइए.

ये भी पढ़ेंः यूपी विधान परिषद से नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव को मार्शलों ने किया बाहर; बोले- ये सदन का अपमान

लखनऊ: प्रयागराज महाकुंभ को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 'आज के समाजवादियों के बारे में मैं जानता हूं, वह जिस थाली थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं.' मुख्यमंत्री ने कहा कि 'सपा अध्यक्ष ने कहा कि अकबर का किला में जो वटवृक्ष है यानी वह अक्षय वट का नाम भी नहीं जानते.' सपा के सोशल मीडिया का हैंडल प्रदर्शित करता है कि उनके संस्कार सभ्य समाज को शोभा नहीं देते.

योगी ने मनोज पांडेय को दिया धन्यवाद: मुख्यमंत्री विधानसभा में संग्राम सिंह यादव, आरके वर्मा और आराधना मिश्रा मोना के सवालों का जवाब दे रहे थे. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जो भगदड़ से प्रभावित हुए हैं. सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है, लेकिन इस पर राजनीति करना उचित नहीं है. योगी ने मनोज पांडेय को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने सही तथ्य प्रस्तुत किए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री का शायराना अंदाज भी देखने को मिला.

सीएम योगी ने शायराना अंदाज में सपाइयों को घेरा: सीएम योगी ने कहा...बड़ा हसीन है इनकी जबान का जादू, लगा के, बहारों की बात करते हैं, जिन्होंने रात को चुन-चुन के बस्तियों को लूटा, वहीं बहारों की बात करते हैं..! योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी का पुराना काम है, हर अच्छी बातों का विरोध करना. महाकुंभ कोई शब्द नहीं, यह सनातन का उत्सव है.

सनातन का सम्मान अपराध है तो हम बार-बार करेंगे: पैसे की बर्बादी वाले बयान पर योगी ने सपा को घेरा. उन्होंने लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी के बयानों की भी निंदा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सनातन का सम्मान अपराध है, तो हमारी सरकार यह अपराध करती रहेगी. उन्होंने कहा कि कुंभ में मोहम्मद शमी ने भी स्नान किया. आस्था की डुबकी लगाई. हम सब का स्वागत करते हैं. हां, जो चिढ़ाने आता उन्हें दुत्कार के भगा भी दिया जाता है.

सपाइयों की भाषा सभ्य नहीं: यह लोग महाकुम्भ का विरोध पहले दिन से कर रहे थे. पिछले सत्र में हम चर्चा करवाने को तैयार थे, लेकिन इन्होंने चर्चा में भाग नहीं लिया और भाग खड़े हुए. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले बयान दिया कि इतना पैसा और इतना विस्तार देने की क्या जरूरत है? सपा के सोशल मीडिया हैंडल देखें तो वहां की भाषा उनके संस्कारों को प्रदर्शित करती है. यह भाषा किसी सभ्य समाज की नहीं हो सकती.

सीएम योगी का अखिलेश यादव पर निशाना: सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोग अकबर का किला जानते थे, लेकिन अक्षयवट और सरस्वती कूप नहीं जानते. इनका बयान है, जो सरकार स्नान के आंकड़े रोज बता रही है वह मरने वालों का सही आंकड़ा भी बता दें? इनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव को महाकुंभ फालतू दिखाई देता है.

सीएम योगी बोले, विरोध करने वाले चुपके से डुबकी लगा आए: इनके एक सहयोगी कहती हैं महाकुंभ मृत्युकुम्भ है. इनकी एक नेता जया बच्चन का बयान है कि शवों को गंगा में बहा दिया गया. इससे पानी प्रदूषित हो गया है. यह बयान सपा के सहयोगी आरजेडी टीएमसी और अन्य लोगों के हैं. सनातन के आयोजन को भव्यता से करना क्या कोई अपराध है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष जो शुरू से विरोध कर रहे थे, वह चुपचाप जाकर डुबकी लगा आए.

संक्रमित व्यक्ति का कोई उपचार नहीं: सीएम योगी ने कहा कि आपका दुष्प्रचार हमको बुरा नहीं लगता, क्योंकि हमें पता है, आपकी सोच क्या है. संक्रमित व्यक्ति का कोई उपचार नहीं होता. वह अपने आप ही कुढ़ता रहेगा. महान कार्य को तीन अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है. उपहास से, विरोध से और अंततः स्वीकृति से. स्वीकृति का इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष जो विरोध कर रहे थे, जाकर चुपके से स्नान कर आए.

अपने चुपचाप कोविड वैक्सीन लगवा ली, दूसरों को कहते थे वैक्सीन मत लगवाओ, यह भाजपा की वैक्सीन है. मैं अध्यक्ष जी से अनुरोध करूंगा कि कृपया सभी सदस्यों को महाकुंभ में डुबकी लगवाएं. एक ज्वाइंट सेशन महाकुंभ में होना चाहिए.

दुष्प्रचार सिर्फ कुंभ-महाकुंभ को बदनाम करने की साजिश: कुंभ मेले पर पैसे की बर्बादी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रयागराज शहर के अंदर 14 फ्लाईओवर नौ पक्के घाट बनाए हैं. मॉरीशस के प्रधानमंत्री 2013 में कुंभ में पधारे थे. गंगा में गंदगी को देखकर के कुंभ में अवस्था को देखकर गए थे. संगम का जल पूर्णतः स्नान करने योग्य है. कुंभ-महाकुंभ को सिर्फ बदनाम करना साजिश का हिस्सा है.

उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला को विराजमान किया जाता है, तो समाजवादी पार्टी उसका भी विरोध करती है. शिवपाल जी तो सिर्फ पश्चिम की तरफ जाते हैं. आपको भी कुंभ स्नान के लिए जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को अवसर मिला सभी देशवासियों को जोड़ने का.

2013 में 55 दिन का आयोजन था. इस बार 45 दिन की अवधि है. हमने 10 हजार एकड़ से ज्यादा इसको बढ़ाया. पार्किंग के रूप में 1850 हेक्टेयर की सुविधा हमारी सरकार ने दी. 2013 में कोई पक्का घाट नहीं बना था. हमने 14 नए फ्लाई ओवर बनाए और 60 घाट बनाए हैं.

अब शटल बस संगम तक पहुंचती है. 2013 में अव्यवस्था देखकर मॉरीशस के राष्ट्रपति ने स्नान करने से मना कर दिया था. गंगा जी हों या यमुना जी हों, जितने भी नाले हैं, उनके शुद्धिकरण का काम हमने किया है. विपक्षी नेताओं ने एनजीटी की पुरानी रिपोर्ट के आधार पर दुष्प्रचार का अभियान चलाया.

जिसने डुबकी लगाई, उसने सिर्फ तारीफ की: सीएम ने कहा कि क्या यह प्रचार करना गलत है कि जिसने भी एक बार डुबकी लगाई, उसने सिर्फ तारीफ की है. इतने बड़े आयोजन के बाद भी सभी तारीफ कर रहे हैं. मैं एक बात बताना चाहता हूं कि यह हिंदुस्तान है, कुंभ में कोई भूखा नहीं गया.

वाराणसी में सेवा चल रही है, अयोध्या में सेवा चल रही है और प्रयागराज में सेवा चल रही, जो लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं, उनको जनता स्वीकार नहीं कर रही है. हम दूसरों को उपदेश दे रहे हैं और चुपचाप डुबकी लगाकर चले जा रहे हैं. चाचू को भी साथ लेकर जाना था, अकेले चले गए. पाण्डे जी आप जाइए और चाचू को भी लेकर जाइए.

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