लखनऊ: लखनऊ में निकाय चुनाव (Municipal elections in Lucknow) को लेकर बीजेपी से टिकट कटने और टिकट न मिलने से नाराज दावेदारों ने सोमवार को बगावत कर दी. इन नेताओं ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र भर दिया. मैथिलीशरण गुप्ता वार्ड से बीजेपी टिकट पर पिछला चुनाव जीतने वाले दिलीप कुमार श्रीवास्तव और लेबर कॉलोनी वार्ड से पार्षदी जीतने वाले बीजेपी नेता राजेश कुमार मालवीय ने मानमनौव्वल की कोशिशों को दरकिनार करते हुए नामांकन कर दिया.
वहीं, सरोजनीनगर 2 से टिकट न मिलने से नाराज बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के सदस्य सुरेंद्र रावत ने भी निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया. उनका आरोप है कि यह सीट एससी के लिए आरक्षित होने पर उन्हें टिकट देने के बजाय दूसरे वार्ड के प्रत्याशी को यहां लाकर टिकट दे दिया गया. वहीं, मल्लाही टोला प्रथम से टिकट न मिलने पर अनुराग पांडेय ने भी निर्दल प्रत्याशी मैदान में उतर आए हैं.
अनुराग पांडेय की माता गीता पांडेय यहां से पार्षद थीं. गीता ने चुनाव सपा से जीता था, मगर बाद में अनुराग और गीता दोनों ही भाजपा में शामिल हो गए थे. मगर सामान्य सीट होने की दशा में इस बार गीता पांडेय की जगह उनके बेटे अनुराग पांडेय का दावा टिकट पर मजबूत था. मगर टिकट कटने के बाद पांडेय ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर आवेदन कर दिया है.
इसके अलावा यूपी निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav 2023) में लखनऊ में कम से कम 25 वार्ड में भाजपा के टिकट को लेकर विद्रोह की स्थिति बनी हुई है. कल तक भाजपा से टिकट मांगने वाले नेता, अब पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को हराने पर आमादा हैं. दूसरी ओर भाजपा महानगर इकाई ऐसे नेताओं का डेटा संकलित कर रही है. कहा जा रहा है कि देर सबेर ऐसे नेताओं पर कार्रवाई भी की जाएगी.
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