लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी समेत पूरे राज्य में धरने पर बैठीं यूपी 112 के आउटसोर्सिंग कर्मियों का मामले को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है. सीएम योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद एडीजी यूपी 112 अशोक कुमार सिंह को हटा दिया गया है. उन्हें मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. इसके अलावा डीजी आनंद कुमार और डीजी नीरा रावत का भी तबादला कर नई जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बीते तीन दिनों से यूपी 112 में आउटसोर्सिंग पर कार्यरत महिला कर्मी धरने पर बैठी हैं. न सिर्फ लखनऊ बल्कि कई जिलों में तैनात लड़कियों ने जमकर हंगामा किया. बावजूद इसके यूपी 112 अब तक इस मामले को सुलझा नहीं सकी है. यहां तक यूपी 112 ने इस पूरे मामले का ठीकरा सेवा प्रदाता प्राइवेट कंपनी पर फोड़ कर किनारा कर लिया था. ऐसे में यूपी 112 के अधिकारियों के इस रवैए से सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज हुए हैं. नतीजतन यूपी 112 के एडीजी अशोक कुमार सिंह को हटाते हुए उन्हें मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. अशोक कुमार को हटा कर 1992 बैच की आईपीएस अफसर नीरा रावत को एडीजी यूपी 112 बनाया गया है. इससे पहले वह एडीजी प्रशासन थीं. इसके अलावा काफी समय से साइड लाइन चल रहे वर्ष 1988 बैच के आईपीएस अफसर आनंद कुमार को डीजी अपराध शाखा, अपराध अनुसंधान विभाग बनाया गया है.
112 संविदाकर्मियों को लेकर राजनीति शुरू, विपक्ष हुआ हमलावर
उत्तर प्रदेश में इमरजेंसी नंबर डायल 112 सर्विस में संविदा पर तैनात महिला कर्मचारियों ने सोमवार को वेतनवृद्धि को लेकर धरना शुरू किया था. धरना प्रदर्शन जोर पकड़ने के साथ इस पर विपक्ष ने भी राजनीति शुरू कर दी है. इसी कड़ी में मंगलवार शाम उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ईको गार्डन में धरने पर बैठीं 112 सर्विस की महिला संविदा कर्मचारियों से मुलाकात करने पहुंचे. उन्होंने महिला कर्मियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुनने के बाद हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया.
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