लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा की तर्ज पर महत्वाकांक्षी जनपदों में इंटरनेट की समस्या को देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने राजकीय महाविद्यालयों को टैबलेट उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. यह टैबलेट प्रीलोडेड होने के चलते ऑफलाइन संचालित हो सकेंगे. टैबलेट महाविद्यालयों की लाइब्रेरी में रखे जाएंगे.
7 जनपद के 18 राजकीय महाविद्यालयों को मिलेंगे टैबलेट
प्रदेश के महत्वाकांक्षी जनपद अपेक्षाकृत पिछड़े क्षेत्र हैं, जिनमें छात्र-छात्राएं मोबाइल, इंटरनेट एवं अन्य ई-लर्निंग से संबंधित सामग्री से सुसज्जित नहीं हैं. इसी के मद्देनजर महत्वाकांक्षी जनपदों के राजकीय महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को टैबलेट उपलब्ध कराये जाने की शासन की योजना है, ताकि ऐसे पिछड़े अंचलों के छात्र भी ऑनलाइन शिक्षण का लाभ ले सकें. ऐसे 7 जनपदों में फतेहपुर, चित्रकूट, चंदौली, सोनभद्र, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर के 18 राजकीय महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में प्रीलोडेड टैबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे.
महाविद्यालय में 8-9 प्री-लोडेड टैबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे
बता दें कि प्रत्येक महाविद्यालय में 8-9 प्री-लोडेड टैबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे दूरदराज के छात्र भी इंटरनेट पर उपलब्ध शिक्षण सामग्री को एक्सेस कर सकें. ई-कन्टेन्ट, डिजिटल लाइब्रेरी आदि सुविधाओं का लाभ प्री-लोडेड टैबलेट से लिया जा सकता है. दरअसल विभिन्न शोध अध्ययन यह बताते हैं कि टैबलेट्स कंप्यूटर स्किल में वृद्धि करते हैं और शिक्षार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करते हैं.