लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश लेकर उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए दुनियाभर के उद्यमियों, कंपनियों और संस्थाओं को आमंत्रित करने वैश्विक भ्रमण पर गई 'टीम यूपी' अभूतपूर्व सफलता के साथ प्रदेश लौट आई है. 10 से 12 फरवरी 2023 को लखनऊ में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पूर्व 16 देशों के 21 शहरों में आयोजित इन्वेस्टर्स रोड शो में हर जगह उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उद्यमियों में असीम उत्साह देखने को मिला. विदेश दौरों से लौटने के बाद गुरुवार को मंत्री समूहों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष अपने दौरे के अनुभव साझा करते हुए प्राप्त निवेश प्रस्तावों का विवरण प्रस्तुत किया. विदेशों में रोड शो के उत्साहजनक परिणामों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल के सदस्यों और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit) आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद यह पहला अवसर है कि जब उत्तर प्रदेश की टीम एक बड़े लक्ष्य के साथ दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित करने वैश्विक भ्रमण पर गई. इन्वेस्टर्स समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना को आशातीत सफलता मिली है. यह अत्यंत हर्ष की बात है कि 16 राष्ट्रों में हुए रोड शो से अब तक 7 लाख 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है. अकेले यूनाइटेड किंगडम, युनाइटेड एस्टेट ऑ अमेरिका से चार लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. टीम यूपी के सभी सदस्यों को मेरी बधाई. कहा कि विदेश में रोड शो की इस सफलता से यह सुनिश्चित हो गया है कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 ऐतिहासिक होने जा रहा है. व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा. ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में बड़ा आधार बनेगा.
उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश में इस प्रकार के किसी वैश्विक निवेशक आमंत्रण की कल्पना नहीं की जा सकती थी. आज प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में टीम यूपी की नीति सही है, हमारा नियोजन बेहतर है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के लिए हमने ₹10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में यह इन्वेस्टर्स समिट वैश्विक पटल पर ब्रांड यूपी को मजबूत बनाने वाला होगा. विदेशों में जिन कंपनियों/संस्थाओं, औद्योगिक समूहों के साथ एमओयू हुआ है, उनसे लगातार संपर्क बनाए रखें. बेहतर फॉलो-अप के उद्देश्य से हर देश के लिए वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करते हुए इनके नेतृत्व में एक डेडिकेटेड टीम बनाई जाए. यह टीम निवेशकों की जरूरत अपेक्षाओं के अनुसार हर संसाधन उपलब्ध कराएगी. जिन औद्योगिक समूहों के साथ एमओयू प्रक्रियाधीन है, उनसे संवाद करते हुए आवश्यक प्रक्रिया पूरी कराई जाए. आवश्यकतानुसार 15 जनवरी के उपरांत एक बार फिर कुछ देशों में फॉलोअप भ्रमण किया जा सकता है. सभी निवेशकों को फरवरी में प्रस्तावित जीआईएस में आमंत्रित किया जाए। उनके आतिथ्य की समुचित व्यवस्था हो.
मुख्यमंत्री ने कहा (Chief Minister said) कि हॉस्पिटैलिटी, फूड प्रोसेसिंग, ड्रग्स व फार्मा, मेडिकल डिवाइस, केमिकल, टूरिज्म, लॉजिस्टिक्स-वेयरहाउसिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, ईवी बैटरी विनिर्माण, एमएसएमई, दुग्ध, शिक्षा, डिफेंस एंड एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, ड्रोन विनिर्माण, कृषि, टेक्सटाइल, स्टील मैन्युफैक्चरिंग, हार्टिकल्चर, वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट, डेटा सेंटर, रिवर बेसिन मैनेजमेंट, आदि सेक्टर में निवेश के लिए विभिन्न औद्योगिक समूहों ने अपने निवेश के प्रस्ताव दिए हैं. डसाल्ट, सैफरॉन, एयर लिक्विड, थॉमसन,सैंमीना कॉर्पोरेशन, कम्प्यूटिंग, सिलास, एचएमआई ग्रुप, सैमसंग, आइकिया, एरिक्सन, मदरसन, एनटीटी ग्लोबल, मित्सुई, जैसी कंपनियों ने उत्साह दिखाया है। यह निवेश प्रस्ताव हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला बनेंगे. कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा और मार्गदर्शन से जिस भी देश में टीम यूपी गई. हर जगह भारतीय दूतावास का सकारात्मक, सहयोग मिला है. दूतावासों से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें. सभी 16 देशों के राजदूतों/उच्चायुक्तों को मेरी ओर से आभार पत्र लिखा जाएगा. कहा कि विदेशी निवेशकों के साथ-साथ हमें अपने देश के निवेशकों से भी संपर्क करना है. देश के भीतर होने वाले रोड शो के लिए नई टीम बनाई जाए. इसमें स्वतंत्र प्रभार मंत्री और राज्य मंत्री गणों को शामिल किया जाए. देश के भीतर होने वाले रोड शो 15 जनवरी तक सम्पन्न कर लिए जाने चाहिए.
मंत्रियों ने बताई ये बातें : विदेश दौरों से लौटे सभी समूहों ने समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष अपने दौरों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की. सभी समूहों ने औद्योगिक निवेश के लिए उत्तर प्रदेश की टीम के वैश्विक भ्रमण को लगातार जारी रखने की आवश्यकता बताई. साथ ही निवेशकों की अपेक्षाओं से भी अवगत कराया. कनाडा-यूएसए दौरे पर गए समूह की ओर से कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को सबसे बड़ा लाभ मुख्यमंत्री की निजी छवि से मिल रहा है. विदेश में लोगों के मन में मुख्यमंत्री की कार्यशैली, विजन के प्रति बड़ा आदर है. निवेशक यहां की सुरक्षा व्यवस्था, निवेश अनुकूल माहौल से काफी प्रभावित हैं. इसका लाभ पूरे प्रदेश को मिलेगा. नीदरलैंड और फ्रांस दौरे से लौटे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि दोनों देशों में निवेशकों के मन में भारत के प्रति बड़ा विश्वास है और भारत में उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश है. नीदरलैंड में एक बड़ी आबादी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासियों की है. यह लोग डेढ़ शताब्दी पहले गिरमिटिया मजदूर के रूप में सूरीनाम पहुंचे थे और आज नीदरलैंड में हैं.
ऑस्ट्रेलिया व सिंगापुर (Australia and Singapore) से लौटे समूह की ओर से मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Minister Swatantra Dev Singh) ने बताया कि रोड शो के दौरान हुई सकारात्मक वार्ता में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर से सभी निवेशक प्रभावित दिखे. सुरक्षा और सहूलियत के आश्वासन के साथ विभिन्न प्रोजेक्ट पर वार्ता हुईं. स्थानीय प्रवासी भारतीय समूहों से भी संवाद हुआ. सिडनी में हुई बी2जी मीटिंग में नवीकरणीय ऊर्जा, शहरी विकास, एग्रो टेक, फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में बड़े निवेश पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते का लाभ भी हमें मिलेगा. सिंगापुर जीआईएस में पार्टनर कंट्री है, यहां से कई कंपनियां डेटा सेंटर के सेक्टर में आने को इच्छुक हैं.
यूएसए और यूके (USA and UK) के तीन शहरों के भ्रमण से लौटे मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि इन बड़े देशों में उत्तर प्रदेश की बदलती परिस्थितियां निवेशकों के लिए चर्चा का विषय है. उन्होंने कहा कि हिंदुजा ग्रुप और रॉल्स रॉयस से बड़े निवेश के लिए चर्चा हुई है. लंदन में हीरानंदानी समूह ने यूपी के साथ अपने अच्छे अनुभव को साझा किए. इसके अलावा, सैन फ्रांसिस्को से सलोनी हर्ट फाउंडेशन ने एसजीपीजीआई लखनऊ को ₹415 करोड़ का सीएसआर अनुदान देने का निर्णय लिया है. इसी तरह जियो थर्मल पॉवर तकनीक के लिए ₹41000 करोड़ के निवेश का एमओयू हुआ है. सिफी इंटरनेशनल 8300 करोड़ का निवेश करेगी. इसी तरह हेल्थ एटीएम निर्माण में ₹1000 करोड़ सहित नवीकरणीय ऊर्जा, होटल/हॉस्पिटैलिटी, स्किल डिवेलपमेंट, लॉजिस्टिक्स, आईटी/आईटीईएस जैसे सेक्टर में कई बड़ी कंपनियों ने निवेश का प्रस्ताव रखा है.
जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन (Germany, Belgium and Sweden) से लौटे मंत्री समूह की ओर से नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने बताया कि उत्तर प्रदेश की टीम के इस तरह वैश्विक दौरे पर पहली बार गई थी. निवेशकों के लिए यह बड़ा उत्साहवर्धक रहा. हमें ऐसे दौरे नियमित अंतराल पर करने चाहिए. उन्होंने अपने दौरों के दिवसवार विवरण से अवगत कराया. मैक्सिको, ब्राजील और अर्जेंटीना के दौरे से लौटे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) और संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने बताया कि तीनों ही देशों में यूपी को लेकर उत्साह जनक माहौल है. मैक्सिको से फ़ूड प्रोसेसिंग (Food Processing from Mexico) और एग्रो और डेयरी सेक्टर में बड़ी संभावनाएं हैं. ज़ेबू एम्ब्रियो कम्पनी ने मथुरा में कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुकता जताई है. वहीं ब्राजील में रक्षा क्षेत्र की अनेक कंपनियों के साथ सुखद वार्ता हुई.
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