लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड (UPPTCL) के पांच साल के बिजनेस प्लान को उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPERC) ने अनुमोदित कर दिया है. यह बिजनेस प्लान 2020-21 से 2024-25 तक के लिए है. बिजनेस प्लान पर अगर बेहतर तरीके से अमल हुआ, तो उत्तर प्रदेश में उपभोक्ताओं की निर्बाध बिजली आपूर्ति की उम्मीद पूरी हो सकती है.
हानियां कम करने की आयोग ने दी सलाह
विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन आरपी सिंह, सदस्य के के शर्मा व वीके श्रीवास्तव ने गुरुवार को बिजनेस प्लान को अनुमोदन दिया. बिजनेस प्लान के मुताबिक वर्ष 2020-21 में पीक डिमांड जो 23867 मेगावाट है, उसे 2024-25 में 30819 मेगावाट तक ले जाना है. इसके अलावा वर्तमान में 44045 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन को अगले पांच साल में 66487 सर्किट किलोमीटर तक पहुंचाना है. ट्रांसफारमेशन कैपेसिटी 122130 एमवीए से 214176 एमवीए तक ले जाने का लक्ष्य है. वर्तमान में जो ट्रांसमिशन हानि 3.40 प्रतिशत है, आयोग ने उसे पांच वर्षों में 3.18 प्रतिशत पर लाने को कहा है.
ठीक से हो अमल तो मिले 24 घंटे बिजली
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन के जिस बिजनेस प्लान को उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने अनुमोदित किया है. अगर कारपोरेशन उस पर ठीक से अमल कर ले, तो इसका लाभ निश्चित तौर पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के रूप में उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं को मिल सकता है.