लखनऊ : अब से करीब 50 महीने के बाद उत्तर प्रदेश में बिजली एक रुपये यूनिट तक सस्ती की जाएगी. उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मीटिंग में ओबरा में 500 एकड़ जमीन पर 800-800 मेगा वॉट क्षमता के दो थर्मल यूनिट लगाए जाएंगे. जिनको कोयला पास की ही खदानों से मिलेगा. इन थर्मल पाॅवर यूनिट से पैदा होने वाली बिजली अपेक्षाकृत काफी सस्ती होगी. जिससे उत्तर प्रदेश के लोगों को सस्ती बिजली मिल सकेगी. यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने इस बात की घोषणा मंगलवार को यूपी कैबिनेट की बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में की.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट मीटिंग में कुल 17 प्रस्ताव पास किए गए. जिनमें सबसे महत्वपूर्ण ओबरा में दो थर्मल पाॅवर यूनिट (Thermal Power Unit in UP) के निर्माण किया जाएगा जिसको लेकर एनटीपीसी से समझौता किया जा चुका है. एके शर्मा ने बताया कि एनटीपीसी के साथ समझौता हुआ है. ओबरा और सोनभद्र क्षेत्र देश का एनर्जी हब बन सकता हैं. एन टी पी सी के साथ ओबरा में 800 मेगा वाट के दो यूनिट लगाए जाएंगे. अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल प्लांट होंगे.
यह परियोजना ओबरा डी के नाम से स्थापित होगी. 500 एकड़ में प्लांट होगा. राज्य सरकार और एनटीपीसी के बीच 50-50 प्रतिशत की साझेदारी होगी. 30 प्रतिशत इक्विटी होगी और 70 प्रतिशत लोन बैंकों से लिया जाएगा. पहला यूनिट 50 महीने में थर्मल सेक्टर में स्थापित होगा. प्रोजेक्ट 18 हजार करोड़ का होगा. कोयले में अच्छी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. पास ही कोयले की खदान है. जिससे बिजली सस्ती होगी. 4.79 यूनिट खर्च आएगा.
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