लखनऊ: प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद समेत पाकिस्तान व अफगानिस्तान के कई आतंकी संगठनों से जुड़कर देश को इस्लामिक स्टेट बनाने के लिए जिहाद करने के अभियुक्त मोहम्मद नदीम और हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्लाह को 12 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर देने का आदेश एटीएस के विशेष न्यायाधीश अनुरोध मिश्रा ने दिया है. एटीएस मोहम्मद नदीम और सैफुल्लाह को 17 अगस्त की सुबह 10 बजे से 29 अगस्त की सुबह 10 तक हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी.
मामले के विवेचक एटीएस के डिप्टी एसपी शैलेन्द्र सिंह राठौर ने दोनों अभियुक्तों को 14 दिन के लिए रिमांड पर दिए जाने की मांग करते हुए एक प्रार्थना पत्र कोर्ट में दिया. एटीएस की ओर से कहा गया कि अभियुक्त नदीम को 8 अगस्त से 11 अगस्त के बीच सहारनपुर यूनिट में बुलाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि नदीम आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ है और देश मे शरिया कानून लागू कराने के लिए सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आतंकी संगठनों से संपर्क में था. यह भी आरोप है कि उसने सोशल मीडिया के जरिये बम बनाने की विधि मंगवाई थी, इसके बाद एटीएस ने नदीम को 12 अगस्त को गिरफ्तार किया था. वहीं नदीम के बयानों के आधार पर उसके सहयोगी सैफुल्लाह को भी गिरफ्तार किया गया था. कहा गया कि अभियुक्तों से उनके सम्पर्कों व साथियों की शिनाख्त की जानी है और उनके द्वारा भविष्य में कई जानी वाली घटनाओं की जानकारी के साथ ही दोनों का आमना-सामना कराया जाना जरूरी है. यह भी कहा गया कि अभियुक्तों के मोबाइल को परीक्षण के लिए भेजकर डेटा प्राप्त करके तथ्यों के विषय मे जानकारी करनी है. कोर्ट ने दोनों अभियुक्तों को रिमांड पर देते हुए कहा कि मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है, कोर्ट ने विवेचक को निर्देश दिया कि वह अभियुक्तों को प्रताड़ित नही करेंगे.
रिमांड में लेकर मददगारों तक पहुंचेगी ATS
यूपी एटीएस के मुताबिक, एक ही हफ्ते में दो अलग-अलग आतंकी संगठनों के 3 स्लीपर सेल की गिरफ्तारी एक बड़ी आतंकी साजिश की ओर इशारा करती है. इसके लिए सभी आतंकियों से पूछताछ कर इनके मंसूबों, मददगार व इन्हीं की तरह अन्य स्लीपर सेल के बारे में जानने के लिए कोर्ट से रिमांड मांगी गई. एटीएस के मुताबिक, इन सभी आतंकियों की गिरफ्तारी कर स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी घटना को अंजाम देने के मंसूबों को नाकाम कर दिया गया है. भविष्य में आतंकियों की क्या योजना थी, यह जानने के लिए तीनों से पुछताछ जरूरी है.
सबाउद्दीन-नदीम को आमने-सामने बैठा कर हो सकती है पूछताछ
एटीएस के मुताबिक, आजमगढ़ से गिरफ्तार हुआ सबाउद्दीन ISIS संगठन से जुड़ा है. वह सीरिया में बैठे अपने आकाओं के इशारों पर काम कर रहा था. वहीं सहारनपुर से गिरफ्तार हुआ नदीम जैश-ए-मुहम्मद व तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़ा था. ऐसे में दोनों के काम करने का तरीका और आका अलग-अलग थे. इसलिए रिमांड मिलने पर दोनों से अलग-अलग पुछताछ की जाएगी. हालांकि जरूरत पड़ने पर दोनों को आमने-सामने भी बैठा कर भी पुछताछ की जा सकती है. वहीं, कानपुर से गिरफ्तार हबीबुल नदीम का साथी है, ऐसे में दोनों को एक साथ बैठाकर पूछताछ की जाएगी.
बता दें कि यूपी एटीएस ने 9 अगस्त को आजमगढ़ के मुबारकपुर से सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया था. सबाउद्दीन ISIS संगठन से जुड़ा हुआ था और RSS व बीजेपी नेताओं पर बड़ा हमला करने की प्लानिंग बना रहा था. 12 अगस्त को सहारनपुर के गंगोह इलाके जैश-ए-मुहम्मद व तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़ा आतंकी नदीम को गिरफ्तार किया गया था. नदीम फिदायीन हमले की साजिश रच रहा था. जिसके लिए वह बम बनाने व गोरिल्ला अटैक करने की ट्रेनिंग ले रहा था. उसने नूपुर शर्मा समेत कई टारगेट भी फिक्स कर रखे थे. वहीं स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 14 अगस्त को नदीम से मिले इनपुट पर उसके साथी फतेहपुर निवासी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला को गिरफ्तार किया था. हबीबुल है विर्चुअल आईडी बना कर पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को देता था. यही नहीं हबीबुल भारत में बैठ कर फर्जी जीमेल आईडी व सोशल मीडिया एकाउंट बना कर पाकिस्तान में आतंकियों को देता था. जिसमें पाकिस्तान अपना एजेंडा चला कर भारत के युवाओं को जिहाद के लिए उकसाते थे.
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