लखनऊ: वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मोहम्मद इफ्तिखार उद्दीन के विवादित वीडियो मामले की यूपी एटीएस जांच शुरू कर सकती है. इसका सीधा अर्थ है कि इफ्तखार उद्दीन के आतंकी कनेक्शन का शक है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने जो तथ्य रखे जा रहे हैं, उसके मुताबिक एटीएस जांच शुरू किए जाने को लेकर सूत्र इशारा कर रहे हैं. शासन की अनुमति के बाद सीनियर आईएएस के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली जाएगी. जिसके जरिये उनके संपर्कों की जानकारी की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने मोहम्मद इफ्तिखार उद्दीन पर लगाए गए आरोपों की जांच को लेकर मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है. मामले में मुख्यमंत्री एटीएस जांच का आदेश बहुत जल्द देंगे.
बता दें कि सीनियर आईएएस पर सरकारी आवास पर तकरीरें करने, धर्मांतरण के लिए उकसाने और साहित्य के माध्यम से धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देने का आरोप है. एसआईटी को उनकी लिखी तीन किताबें और 80 से ज्यादा वीडियो मिले हैं. वीडियो उस समय का बताया जा रहा है जब इफ्तखारुद्दीन कानपुर के कमिश्नर थे और उसी दौरान उन्होंने कुछ मौलानाओं को अपने सरकारी बंगले पर बुलाकर इस पाठशाला का आयोजन किया था.
वीडियो वायरल होने के बाद सीनियर आईएएस की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंची थी. जिसके बाद वीडियो की सच्चाई जानने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. इफ्तिखार उद्दीन के विवादित वीडियो मामले की जांच कर रही SIT ने 227 पन्नों की जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है. सूत्रों के अनुसार एसआईटी ने जो जांच रिपोर्ट शासन को भेजी है, उसमें गंभीर आरोप हैं.
इसे भी पढ़ें-विवादित वीडियो में IAS इफ्तिखार के होने की पुष्टि, SIT ने शासन को भेजी रिपोर्ट
एसआईटी ने अपनी जांच के दौरान 70 से अधिक वायरल वीडियो को शामिल किया और इस पूरे मामले में 30 से अधिक लोगों के बयान लिए हैं. इस पूरे मामले से जुड़े साहित्य को लेकर भी एसआईटी ने उर्दू अनुवादकों की मदद भी ली गई है.