लखनऊ: यूपी आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने फर्जी दस्तावेज के जरिए सिम हासिल कर लाखों के साइबर इकोनॉमिक्स फ्राड के मामले में स्पेशल कोर्ट में बुधवार को चार्जशीट दाखिल की है. यूपी एटीएस ने यह चार्जशीट तीन चीनी नागरिकों समेत 17 लोगों के खिलाफ है. एटीएस की ओर से कुल 2151 पन्ने का आरोप पत्र दाखिल किया गया है.
इस मामले में अभी दो चीनी नागरिक फरार हैं. एटीएस ने चीनी नागरिक सुन जी विंग पोंचली टेंगली उर्फ ली टेंगली और जू जुंफु को गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने फर्जी आईडी पर लिए गए प्री-एक्टीवेटेड सिम के जरिए दिल्ली में कई ऑनलाइन खाते खोले थे, जिसमें लाखों रुपये जमा कराए गए थे. इन खातों में आई रकम को कार्डलेस के जरिए निकाला भी गया था.
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500 प्री-एक्टिवेट सिम कराए थे उपलब्ध
इस मामले में आरोपी सुन जी यिंग ने बताया कि वह गुरुग्राम में एक होटल का संचालन करता था. फरार चीनी दंपत्ति के कहने पर उसने अन्य चीनी नागरिकों को 500 प्री-एक्टिवेट सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे. जिन चीनी नागरिकों को सिम उपलब्ध कराए गए थे. उसमें अधिकांश चीन में ही रहते हैं और वह उससे चैट ऐप के जरिए जुड़े थे.
इनके खिलाफ दाखिल की गई चार्जशीट
एटीएस में चीनी नागरिक सैम उल हसन, फहीम, हरिओम, अंशुल, चंद्र किशोर, पीयूष, प्रशांत, तरुण, प्रेम, विशाल, उमंग, हर्ष और सोनू सहित कुल 17 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है.