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विधानसभा शीतकालीन सत्र से पहले सपा और कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, ये रहे मुद्दे

उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले आज विधान भवन पर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने कानून व्यवस्था, महंगाई और बेरोजगारी सहित कई मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन
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Published : Dec 15, 2021, 11:49 AM IST

Updated : Dec 15, 2021, 2:14 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले बुधवार को विधान भवन पर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने कानून व्यवस्था, महंगाई और बेरोजगारी सहित कई मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया. समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने कहा कि हम सदन के बाहर और सदन के अंदर सरकार को बेपर्दा करेंगे. विधानसभा चुनाव में सरकार की विदाई जनता के सहयोग से तय करेंगे. इस धरना प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, विधान परिषद में नेता सदन अहमद हसन सहित तमाम बड़े नेता उपस्थित रहे.

विधानसभा के बाहर समाजवादी पार्टी के विधायक संग्राम यादव, राजेश यादव राजू, नरेंद्र वर्मा सहित कई विधायकों ने गन्ना व धान लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सपा विधायकों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई. समाजवादी पार्टी के विधायक जहां एक तरफ विधान भवन के अंदर प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं, विधान भवन के बाहर सड़क पर भी प्रदर्शन करके सरकार को घेरने का काम कर रहे थे. समाजवादी पार्टी के विधायक गन्ने का गट्ठर, गैस सिलेंडर और बोरी में धान भरकर लाए थे.

सपा का प्रदर्शन

समाजवादी पार्टी के विधायक उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि महंगाई, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, 69000 शिक्षकों की भर्ती का मामला हो या अन्य जनहित से जुड़े मुद्दे. हम सदन के बाहर भी प्रदर्शन कर रहे हैं और सदन के अंदर भी प्रदर्शन करेंगे. सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह होने की मांग करेंगे. वहीं, सपा विधायक मोहम्मद रिजवान ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था बेहतर करने में विफल साबित हुई है. महिलाओं के साथ घटनाएं हो रही हैं. देशभर में कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है. हम इन्हीं मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और सदन के अंदर भी सरकार को घेरेंगे.

यह भी पढ़ें: बैंकों के निजीकरण के विरोध में दो दिन के बैंक हड़ताल पर कर्मचारी

बसपा के बागी विधायक व समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले मोहम्मद असलम राईनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अखिलेश यादव के लिए व्यक्तिगत कमेंट कर रहे हैं. हम उनसे कह देना चाहते हैं अगर समाजवादी पार्टी व्यक्तिगत कमेंट पर उतारू हो गई तो वह बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे. आज प्रदेश में शिक्षकों की समस्या हो, महंगाई हो, कानून व्यवस्था हो भारतीय जनता पार्टी की सरकार इन तमाम मुद्दों पर फेल साबित हुई है. 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता के सहयोग से भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सत्ता से बेदखल करेंगे. समाजवादी पार्टी की सरकार बनने जा रही है. अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे.

कांग्रेस का प्रदर्शन.

लखनऊ के जीपीओ स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा से विधानसभा तक कांग्रेस के विधायकों दीपक सिंह, अराधना मिश्रा मोना, मसूद अख्तर और नरेश सैनी समेत अन्य विधायकों ने बुधवार को मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लखीमपुर किसान नरसंहार कांड में आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. गृह राज्यमंत्री 'अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करो' के नारे लगाए. इस मार्च में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस की नेता विधान मंडल आराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस के नेता विधान परिषद दीपक सिंह मौजूद रहे.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले बुधवार को विधान भवन पर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने कानून व्यवस्था, महंगाई और बेरोजगारी सहित कई मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया. समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने कहा कि हम सदन के बाहर और सदन के अंदर सरकार को बेपर्दा करेंगे. विधानसभा चुनाव में सरकार की विदाई जनता के सहयोग से तय करेंगे. इस धरना प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, विधान परिषद में नेता सदन अहमद हसन सहित तमाम बड़े नेता उपस्थित रहे.

विधानसभा के बाहर समाजवादी पार्टी के विधायक संग्राम यादव, राजेश यादव राजू, नरेंद्र वर्मा सहित कई विधायकों ने गन्ना व धान लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सपा विधायकों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई. समाजवादी पार्टी के विधायक जहां एक तरफ विधान भवन के अंदर प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं, विधान भवन के बाहर सड़क पर भी प्रदर्शन करके सरकार को घेरने का काम कर रहे थे. समाजवादी पार्टी के विधायक गन्ने का गट्ठर, गैस सिलेंडर और बोरी में धान भरकर लाए थे.

सपा का प्रदर्शन

समाजवादी पार्टी के विधायक उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि महंगाई, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, 69000 शिक्षकों की भर्ती का मामला हो या अन्य जनहित से जुड़े मुद्दे. हम सदन के बाहर भी प्रदर्शन कर रहे हैं और सदन के अंदर भी प्रदर्शन करेंगे. सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह होने की मांग करेंगे. वहीं, सपा विधायक मोहम्मद रिजवान ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था बेहतर करने में विफल साबित हुई है. महिलाओं के साथ घटनाएं हो रही हैं. देशभर में कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है. हम इन्हीं मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और सदन के अंदर भी सरकार को घेरेंगे.

यह भी पढ़ें: बैंकों के निजीकरण के विरोध में दो दिन के बैंक हड़ताल पर कर्मचारी

बसपा के बागी विधायक व समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले मोहम्मद असलम राईनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अखिलेश यादव के लिए व्यक्तिगत कमेंट कर रहे हैं. हम उनसे कह देना चाहते हैं अगर समाजवादी पार्टी व्यक्तिगत कमेंट पर उतारू हो गई तो वह बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे. आज प्रदेश में शिक्षकों की समस्या हो, महंगाई हो, कानून व्यवस्था हो भारतीय जनता पार्टी की सरकार इन तमाम मुद्दों पर फेल साबित हुई है. 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता के सहयोग से भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सत्ता से बेदखल करेंगे. समाजवादी पार्टी की सरकार बनने जा रही है. अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे.

कांग्रेस का प्रदर्शन.

लखनऊ के जीपीओ स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा से विधानसभा तक कांग्रेस के विधायकों दीपक सिंह, अराधना मिश्रा मोना, मसूद अख्तर और नरेश सैनी समेत अन्य विधायकों ने बुधवार को मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लखीमपुर किसान नरसंहार कांड में आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. गृह राज्यमंत्री 'अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करो' के नारे लगाए. इस मार्च में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस की नेता विधान मंडल आराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस के नेता विधान परिषद दीपक सिंह मौजूद रहे.

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Last Updated : Dec 15, 2021, 2:14 PM IST
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