लखनऊ : UP Assembly Election 2022 : आम आदमी पार्टी ने महंगाई के मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर बेसिक शिक्षा मंत्री को 1100 रुपए में बस्ता, जूते-मोजे, स्वेटर और 2 जोड़ी यूनिफार्म खरीदने की चुनौती दी. वह भाजपा सरकार की ओर से प्रदेश के 1.80 करोड़ विद्यार्थियों को 1100 रुपये दिये जाने पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि जब भाजपा सरकार भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम होती है, तो वो ये सब ढोंग और नौटंकी का सहारा लेती है.
सांसद संजय सिंह बोले- 'मैं कल 1100 ₹ बेसिक शिक्षा मंत्री जी को आम आदमी पार्टी की तरफ से भेंट करूंगा और कहूंगा कि आठवीं के बच्चे का दो ड्रेस, एक बैग, एक जोड़ी जूता-मोजा और एक स्वेटर आप 1100 रुपये में खरीद कर दिखा दीजिए.'
दरअसल, आम आदमी पार्टी की तरफ से महंगाई के मुद्दे को लेकर सोमवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. वार्ता में सांसद संजय सिंह के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता वैभव महेश्वरी, प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह समेत अन्य मौजूद रहे. पार्टी की तरफ से मांग की गई है कि प्रदेश के एक करोड़ 80 लाख विद्यार्थियों के परिजनों को देने वाला पैसा ₹3000 कर दिया जाए, जिससे इस पैसे में पूरी स्टेशनरी और ड्रेस आ पाए. पार्टी की तरफ से पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाने की मांग उठाई गई.
संजय सिंह ने भाजपा पर कसा तंज
सांसद संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पुराने माल का पैकेज करके बेचने में बहुत ही मास्टर है. जो योजना पिछले 5 साल से चल रही है, जिसमें बस्ता, जूता, मोजा, स्वेटर और ड्रेस ये सब कुछ सरकार खरीद कर देती रही है. ये कोई नई योजना नहीं है. जब भाजपा सरकार भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम होती है तो वो ये सब ढोंग और नौटंकी का सहारा लेती है. संजय सिंह ने कहा कि 9 करोड़ रुपये कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बच्चियों के स्टेशनरी और खाने के नाम पर कोरोना काल में निकाल लिया गया, जब कॉलेज बंद था. अब ये राजा हरिश्चंद्र बनकर परिजनों के खाते में सीधे 1100 रुपये डालने का नाटक कर रहे हैं.
महंगे पेट्रोल-डीजल पर भी उठाए सवाल
सांसद संजय सिंह ने कहा कि राम अवतार फिल्म के मुख्यमंत्री राजेश खन्ना की तरह ये सरकार 100 परसेंट पेट्रोल डीजल की महंगाई बढ़ाकर, उसके बाद 10 परसेंट कम करने का काम रही है. आज मोदी जी ने महंगाई से इस देश की जनता की चमड़ी उधेड़ दी है. वहीं, पेट्रोल-डीजल के नाम पर थोड़ी सी राहत देकर दाना फेंकने का जो काम कर रहे हैं, इससे इस देश की जनता आपको माफ करने वाली नहीं है. जब भारतीय जनता पार्टी की जमानत जब्त होने लगेगी तब ₹50 प्रति लीटर पेट्रोल और ₹35 प्रति लीटर डीजल बिकने लगेगा. ये फार्मूला भाजपा ने खुद बताया है.
इसे भी पढ़ें- UP Assembly Election 2022 : सपा को झटका देने में जुटी भाजपा, यादव वोटों में कर रही सेंधमारी
मोदी सरकार के द्वारा मात्र 1 साल में पेट्रोल के ऊपर ₹28 के टैक्स और ड्यूटी लगाई गई है, वहीं डीजल पर ₹26 का टैक्स लगाया गया है. इतना होने के बाद मात्र ₹10 पेट्रोल पर और ₹8 डीजल पर कम करने के बाद सरकार कह रही है कि हमने बहुत बड़ा काम कर दिया है. संजय सिंह बोले, 'मैं पूछना चाहता हूं कि मोदी जी की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह अपने चंद व्यापारी मित्रों को जो इस तेल के धंधे में हैं उनको मुनाफा करवाने के लिए इस देश की जनता के साथ क्यों लूट कर रहे हैं ? अगर भारतीय जनता पार्टी की नियत साफ है तो बाकी चीजों की तरह डीजल और पेट्रोल को भी जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप