लखनऊ: यूपी विधानसभा का बजट सत्र (UP Budget Session 2023) आज शुरू होगा. बजट सत्र को सुचारू और व्यवस्थित तरीके से चलाए जाने को लेकर रविवार को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक से लेकर सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया. इसमें विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी दल के नेताओं से सहयोग की अपील की है.
सोमवार को बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के संयुक्त अभिभाषण से होगी. बजट सत्र के पहले दिन विपक्षी सदस्यों की तरफ से हंगामे के आसार भी पूरी तरह से नजर आ रहे हैं. विपक्षी सदस्यों ने कानून व्यवस्था बेरोजगारी महंगाई के मुद्दे को सदन में उठाने की बात कही है. इसके अलावा रामचरितमानस को लेकर पिछले दिनों उठे विवाद को लेकर भी इस विषय पर सदन में नोकझोंक और जोरदार बहस होने की उम्मीद जताई जा रही है.
सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना उपस्थित हुए. इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना बसपा के नेता विधानमंडल दल उमाशंकर सिंह से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाए जाने के लिए सहयोग की मांग की. विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया.
इसके अलावा कार्यमंत्रणा की बैठक में सदन के एजेंडे पर चर्चा हुई. विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखें और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें, जिससे जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दल के नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता एवं प्रतिबद्धता के साथ सदन में प्राप्त सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने, विकास की योजनाओं को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए तत्परतापूर्वक कार्य करेगी.
वहीं दूसरी तरफ सदन की कार्यवाही में पहले दिन सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव उपस्थित रहेंगे. उनके साथ फ्रंट सीट पर शिवपाल सिंह यादव रहेंगे. समाजवादी पार्टी के नेता मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने कहा कि सदन चलाए जाने में समाजवादी पार्टी पूरा सहयोग करेगी. जनहित से जुड़े मुद्दों को हम सदन में उठाने का काम करेंगे. हम सकारात्मक मुद्दों पर सरकार को सदन चलाने में पूरा सहयोग करेंगे. इसके अलावा जनहित से जुड़े मुद्दों पर सरकार से सवाल भी पूछेंगे.
सपा विधायक दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि कानपुर देहात की घटना सहित कानून व्यवस्था से लेकर किसानों के मुद्दों तक सरकार को सदन में घेरेंगे. जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाएंगे. सर्वदलीय बैठक में सपा नेताओं और आजम खान के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराने का अनुरोध किया जाएगा. बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे को सदन में उठाएंगे. भले ही हम इकलौते विधायक हैं लेकिन पार्टी पूरी संजीदगी से सदन में अपनी बात रखेगी. सदन का समय काफी कम रखा गया है. इसे बढ़ाने का अनुरोध किया गया है. सदन में बसपा ही केवल विपक्ष की भूमिका का सही निवर्हन करती है.
विधाई डिजिटल वीथिका का उद्घाटन हुआ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में विधायी वीथिका का उद्घाटन किया. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, डिप्टी सीएम केशव,मंत्री सुरेश खन्ना उपस्थित रहे. सीएम योगी ने गैलरी का अवलोकन भी किया. उन्होंने कहा कि यूपी दुनिया का सबसे बड़ा विधानमंडल है. युवा पीढ़ी डिजिटल गैलरी से प्रेरित होगी और उन्हें विधानमंडल के इतिहास की जानकारी मिलेगी. हिंदी-इंग्लिश दोनों भाषाओं में पूरे इतिहास की जानकारी मिलेगी.
भाजपा की भी है पूरी तैयारी
लोक भवन में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक आयोजित की गई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बृजेश पाठक सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्य उपस्थित थे. इस अवसर पर विधानसभा व विधान परिषद के भी सदस्य उपस्थित हुए. बैठक में सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र को लेकर चर्चा की गई. बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि विपक्ष के सवालों का तर्कपूर्ण और तथ्यों के साथ आक्रामक तरीके से जवाब देना है. जनहित के मुद्दे पर अधिक से अधिक सभी मंत्री विधायक तैयारी के साथ सवाल पूछें और सरकार के कामकाज को सदन के माध्यम से जनता तक पहुंचाने का काम करें. विधायक दल की बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बजट सत्र को लेकर सरकार की पूरी तैयारी है. विपक्ष के सवालों का हम जवाब देने के लिए तैयार हैं. सकारात्मक मुद्दों को लेकर विपक्ष को सदन में चर्चा करनी चाहिए. उन्होंने जातिगत जनगणना को लेकर अभियान चलाए जाने के सवाल पर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा. कहा कि पहले अखिलेश यादव सामाजिक न्याय करें और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़कर किसी और को दें, तभी सामाजिक न्याय माना जाएगा और इसके बाद ही वह जाति जनगणना के बारे में बातचीत करें.
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