लखनऊ : देश में फ्रेट कॉरिडोर रेल नेटवर्क के जरिये माल ढुलाई बहुत आसान हो गई है. इसके अलावा भंडारण के क्षेत्र में भी बहुत बदलाव आया है. रेल और सड़क नेटवर्क के नजदीक ही भंडारण के इंतजाम बढ़ते जा रहे हैं. जिससे निवेशकों का आकर्षण बढ़ता जा रहा है. ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में तीसरे दिन वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स मैंनेजमेंट पर सत्र में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल औऱ अन्य विशेषज्ञ व्यास हाल में चर्चा की.
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि 'हम पूरी तरह से तैयार हैं. वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स मैंनेजमेंट में हम शानदार काम कर रहे हैं. एम डी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर रविंद्र कुमार जैन ने बताया कि अभी तक मालगाड़ी दो से तीन दिन में दिल्ली से मुंबई पहुंचती है. फ्रेट कॉरिडोर से मालगाड़ी 18 घंटे में दिल्ली से मुंबई पहुंचेगी. फ्रेट कॉरिडोर यूपी में 23 जिलों से गुजरेगा. दादरी में जनक्शन होगा. जिसका रीयल टाइम कंट्रोल सेंटर प्रयागराज में हैं. उन्होंने बताया कि अभी हम 90 ट्रेन चला रहे हैं. 60 से 65 किमी की औसत रफ्तार मिल रही है. वाराणसी में जल परिवहन से भी कनेक्टविटी दी जा रही है.' कानपुर लॉजिस्टिक्स पार्क बनाएंगे. बी एम मीणा प्रमुख सचिव सहकारिता ने बताया कि 46 हजार सोसाइटी हैं. एफसीआई (पीपीपी) पर वेयर हाउस बना रहे हैं. यूपी छोटे वेयर हाउस में तीसरे नंबर पर है.
सहकारिता मंत्री जे पी एस राठौर ने बताया कि लॉजिस्टिक्स और वेयर हाउस क्षेत्र में बदलाव आ रहा है. उत्तर प्रदेश में अच्छा निवेश किया. हमने नीतियां सुधारी और उद्योग पतियों की मदद की है. निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है. उन्होंने कहा कि भंडारण और परिवहन भी अच्छा चाहिए. यूपी में 6 एक्सप्रेस हाइवे बन चुके हैं. सात और बनेगे. गंगा एक्सप्रेस वे सबसे खास होगा. यहां जलमार्ग से भी परिवहन की संभावना है. यह बहुत सस्ता होता है. 21 एयरपोर्ट बनाने की तैयारी चल रही है. तीन करोड़ मिट्रिक टन भंडारण की क्षमता यूपी में हैं.