लखनऊ: पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादियां कराई गई. सरकार इस योजना के तहत एक जोड़े पर 51 हजार खर्च करती है, जिसमें जोड़ों को उपहार भी दिया जाता है . साथ ही 35 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर पैसा उनके खाते में भेजा जाता है. इस योजना के तहत गरीब परिवार जो अपनी बेटियों की शादी नहीं कर पाते हैं, उनकी शादी पूरे विधि विधान के साथ कराई जाती है. चाहें वह मुस्लिम हो या फिर हिंदू. लोग इस योजना का लाभ पूरे प्रदेश में उठा रहे हैं.
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की दिलवाई गई शपथ
शाहजहांपुर: जिले में सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम ओसीएफ रामलीला मैदान में आयोजित कराया गया, जिसमें सरकार के सामूहिक विवाह कार्यक्रम के तहत 351 जोड़ें शादी के बंधन में बंधे. इसमें 65 मुस्लिम कन्याओं का भी निकाह करवाया गया. 351 जोड़े की शादी कराने के लिए जिला प्रशासन ने बेहतर इंतजाम किए थे. सरकार सामूहिक विवाह योजना के तहत एक जोड़े पर 51 हजार खर्च करती है, जिसमें जोड़े को उपहार भी दिया जाता है. साथ ही 35 हजार प्रोत्साहन राशि के तौर पर पैसा उनके खाते में भेजा जाता है. यहां शादी करने वाले सभी जोड़ों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शपथ दिलवाई गई.
वैदिक मंत्रों के साथ संपन्न हुई शादियां
संत कबीर नगर: जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 185 हिंदू और 28 मुस्लिम जोड़े की शादियां पूरे विधि विधान के साथ कराई गई. जिले के शगुन मैरिज हाल में आयोजित यह कार्यक्रम वैदिक मंत्रों के साथ संपन्न हुई. कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में भारी भीड़ भी इकट्ठा रही.
सदर विधायक जय चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना है. डीएम रमेश गुप्ता ने कहा कि सामूहिक विवाह योजना के तहत हिंदू मुस्लिम धर्म के 213 वर-वधु की शादी पूरे विधि-विधान के साथ कराई गई.
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना
एटा: जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में हिंदू समुदाय से आए 230 जोड़े का हिंदू रीति-रिवाज से विवाह संपन्न कराया गया. वहीं मुस्लिम समुदाय से आए 15 जोड़े का निकाह कराया गया है. प्रशासन ने इस दौरान 51 हजार रुपये की धन राशि प्रति जोड़े के हिसाब से खर्च की है. बताया जा रहा है कि 35 हजार रुपये लड़की के खाते में सरकार की तरफ से दिए जाते हैं, जबकि 10 हजार रुपये का सामान. इसमें कपड़े आदि शामिल होते हैं.
इसके अलावा 6 हजार रुपये वर-वधु की तरफ से आए मेहमानों के खाने-पीने पर खर्च किए जाते हैं. डीएम सुखलाल भारती ने बताया कि इस योजना से गरीब परिवार जो अपने लड़कियों की शादी करने में सक्षम नहीं है. उन्हें मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शामिल किया जाता है.
जनसंख्या नियंत्रण के बारे में सभी वर-वधु को किया गया जागरूक
बुलंदशहर: जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 265 जोड़े की शादी भव्य आयोजन के दौरान कराई गई. इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी तरफ से सभी नव दंपतियों को पहल योजना के तहत परिवार नियोजन अपनाने की जानकारी दी. इसके साथ ही एक किट मुहैया कराई उस किट में परिवार नियोजन से जुड़ी सामग्री और उसके बारे में लिखित में तमाम जानकारी भी उपलब्ध कराई गई.
जनसंख्या नियंत्रण के बारे में सभी को किया गया जागरूक
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल सीएमओ रोहताश कुमार यादव ने बताया कि सरकार की मंशा है कि जनसंख्या नियंत्रण के बारे में सभी को जागरूक किया जाए. उसी कड़ी में उनके द्वारा भी पहल योजना के तहत गृहस्थ जीवन में आने के दौरान नव दंपतियों के जरूरत के सामान उपलब्ध कराए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के बारे में लिखित में भी कराई जा रही है. ताकि परिवार नियोजन के प्रति जागरूक हों और वैवाहिक जीवन सुखमय तरीके से व्यतीत कर सकें.