लखनऊ: पारा पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद पत्नी सोफिया उर्फ जारा उर्फ शिवा की गला दबा कर हत्या करने वाले आरोपी मो. यासीन को गिरफ्तार किया है. यहां पुरानी कांशीराम कॉलोनी में गुरुवार शाम सोफिया की हत्या रुपयों के विवाद में की गई थी. पुलिस ने यासीन और उसकी पहली पत्नी सहरबानो को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
एसीपी काकोरी आशुतोष कुमार के मुताबिक कृष्णानगर रेलवे अंडर पास से मो. यासीन और सहरबानो को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में यासीन ने बताया कि वह पहले प्रापर्टी का काम करता था. उसके दफ्तर में शिवा विश्वकर्मा रिसेप्शनिस्ट थी, जिसके साथ यासीन ने दूसरी शादी की थी. वहीं, शिवा ने शादी के बाद अपना नाम सोफिया उर्फ जारा रख लिया था.
एसीपी के मुताबिक सोफिया ने भाई के इलाज के लिए बीस हजार रुपये बचा कर अलमारी में रखी थी. गुरुवार को यासीन ने सोफिया को बिना बताए अलमारी से रुपये निकाल लिया था. इस बात का पता चलने पर सोफिया का पति से झगड़ा हुआ था. इस दौरान यासीन की पहली पत्नी सहरबानो भी घर में ही मौजूद थी. विवाद बढ़ने पर पहली पत्नी ने यासीन को सोफिया की हत्या करने के लिए उकसाया था.
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एसीपी के मुताबिक झगड़े के दौरान ही यासीन और सहरबानो ने गुरुवार शाम जारा की तीन साल की बेटी को फ्लैट के बाहर निकाल दिया. इसके बाद सहरबानो ने जारा का हाथ पकड़ा और यासीन ने गला दबा कर मार दिया. दोनों ने गद्दे में शव लपेटकर पीछे के कमरे में चारपाई के नीचे छुपा दिया. घटना के बाद सहरबानो और यासीन दोनों फ्लैट के बाहर निकले. यासीन भाग गया और सहरबानो अपने बेटे के साथ कालोनी में टहल रही थी, जबकि जारा की तीन साल की बेटी फ्लैट के बाहर रो रही थी.
जारा के भाई शरद ने उसे फोन किया था. फोन रिसीव न होने पर वो पहुंचा तो उसकी भांजी फ्लैट के बाहर रो रही थी. उसने घर के अंदर जाकर देखा तो चारपाई के नीचे गद्दे में जारा का शव मिला. वारदात के बाद यासीन पहले अपने घर बहराइच के घिसयान टोला भाग गया था. वहां, उसकी लोकेशन मिली थी. पुलिस टीम जब वहां पहुंची तो लखनऊ भाग आया. लखनऊ में पुलिस ने उसे और उसकी पहली पत्नी सहरबानो को गिरफ्तार कर लिया.
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