लखनऊ : रंगों का पर्व होली प्रदेश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. अपने घरों पर ये पर्व मनाने के लिए जनता ने रोडवेज बसों से सफर करना पसंद किया. यही वजह है कि रंगों के त्योहार में परिवहन निगम पर जमकर धनवर्षा हुई. परिवहन निगम ने पांच दिनों में 105 करोड़ रुपए की कमाई कर डाली. उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश पर प्रदेश में होली पर्व के मौके पर अतिरिक्त बसों का संचालन कराया गया. तीन मार्च से आठ मार्च तक परिवहन निगम ने 105 करोड़ रुपये की आय अर्जित की. ये पिछले साल की आय से लगभग 12 करोड़ रुपये अधिक रही.
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने बताया कि 'पूर्व की समानांतर अवधि से 85 लाख यात्रियों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाया गया. उन्होंने बताया कि औसतन प्रति दिन 10800 बसें संचालित की गईं. औसत आय प्रति बस प्रतिदिन 13900 रुपये रही, जो पिछले साल 7800 रुपये थी. परिवहन निगम एमडी संजय कुमार ने बताया कि सभी अधिकारियों ने परिश्रम करके यात्रियों को 24 घंटे परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जिससे प्रदेशवासी अपने घर पहुंच कर त्योहार मना सकें. उन्होंने बताया कि चार मार्च को 75 राजधानी बस सेवा और 39 साधारण बस सेवा परिवहन निगम के बेड़े में शामिल हुईं, इससे परिवहन निगम को यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में बहुत सुविधा हुई. उन्होंने बताया कि अब होली का त्योहार मना कर लोग वापस अपने काम पर लौटेंगे तो भी उन्हें होली स्पेशल बसों से सफर करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी. रोडवेज बसें यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएंगी.'
परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि 'ट्रेनों में जगह न मिलने पर लोगों के लिए रोडवेज बसें अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए सहारा बनीं. प्रदेश की जनता को परिवहन निगम के चालक परिचालकों ने सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया. इससे प्रदेश भर में परिवहन निगम की छवि बेहतर हुई है.'
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