लखनऊ: उत्तर प्रदेश रेलवे मंडल की महत्वपूर्ण ट्रेनों पर भी अब कोहरे का असर साफ नजर आने लगा हैं. कोहरे के चलते ट्रेनों की रफ्तार थमने लगी है. ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों की यात्रा मुश्किल हो रही हैं. कई घंटों तक यात्री ट्रेन के इंतजार में स्टेशन पर वक्त बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
नए साल के पहले ही दिन रविवार को कई महत्वपूर्ण ट्रेनों की अपने निर्धारित समय के बाद स्टेशन पर पहुंची. अपने गंतव्य को जाने वाले यात्रियों को ट्रेन घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. इससे यात्रियों को आवागमन में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ट्रेन क्रमांक 15002 देहरादून मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस करीब 17 घंटे की देरी से लखनऊ पहुंची. वहीं, ट्रेन क्रमांक 13430 आनंदविहार मालदाटाउन एक्सप्रेस करीब आठ घंटे लेट थी, ट्रेन क्रमांक 22420 सुहेलदेव एक्सप्रेस करीब सात घंटे अपने निर्धारित समय से लेट थी, ट्रेन क्रमांक 19269 पोरबंदर मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस करीब सवा छह घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची. लखनऊ मेल करीब छह घंटे लेट थी, ट्रेन क्रमांक 13020 बाघ एक्सप्रेस सवा चार घंटे की लेटलताफी के साथ चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची. ट्रेन क्रमांक 14650 सरयू यमुना एक्सप्रेस करीब छह घंटे की देरी से पहुंची, ट्रेन क्रमांक 12238 बेगमपुरा एक्सप्रेस छह घंटे लेट थी, ट्रेन क्रमांक 12328 उपासना एक्सप्रेस साढ़े छह घंटे लेट, ट्रेन क्रमांक 12232 चंडीगढ़ लखनऊ एक्सप्रेस सवा चार घंटे के बाद पहुंची, ट्रेन क्रमांक 13010 दून एक्सप्रेस सवा पांच घंटे लेट थी, ट्रेन क्रमांक 13308 गंगासतलुज एक्सप्रेस नौ घंटे की देरी से आई. ट्रेन संख्या 13006 अमृतसर हावड़ा मेल साढ़े तीन घंटे लेट थी, ट्रेन क्रमांक 12231 लखनऊ चंडीगढ़ एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से पहुंची, ट्रेन क्रमांक 12588 जम्मूतवी गोरखपुर एक्सप्रेस चार घंटे लेट और ट्रेन क्रमांक 12204 सहरसा गरीबरथ एक्सप्रेस करीब दो घंटे लेट पहुंची थी..
रविवार को वीआईपी ट्रेन लखनऊ मेल और एसी एक्सप्रेस छह-छह घंटे लेट रहीं, जबकि किसान एक्सप्रेस 10-10 घंटे देरी से पहुंचने से यात्री परेशान (Inconvenience to passengers in UP) हो रहे थे. रेलवे प्रशासन का तर्क है कि कोहरे (Effect of fog on trains in up) में सिग्नल लाइट नजर नहीं आने पर लोको पायलट ट्रेन रोक देते हैं. जब सिग्नल नजर आने लगता है, तभी ट्रेन आगे के लिए संचालित करते हैं.