लखनऊ: राजधानी में यातायात विभाग सड़कों पर बढ़ते वाहनों के दबाव को कम करने के प्रयास में लगा हुआ है. नए साल की शुरुआत से ही सड़कों पर यातायात का दबाव इन दिनों को ज्यादा बढ़ गया है, जिसके चलते सुबह नौ से दस और शाम पांच बजे से लेकर सात बजे तक जगह-जगह चौराहों पर जाम लगने लगा है. वहीं यातायात विभाग के अधिकारी राजधानी के लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए अपने प्रयास में जुटे हुए हैं. लेकिन वहीं कुछ ऐसे जुगाड़ के उपाय से भी लोगों को जाम से निजात और अधिक सुविधाएं देने की कोशिश में कुछ अधिकारी जुटे हुए हैं.
जुगाड़ के भरोसे लखनऊ का यातायात विभाग
राजधानी लखनऊ में यातायात विभाग जहां एक तरफ आधुनिक उपायों के जरिए यातायात आधुनिकरण के प्रयास में लगा हुआ है. वहीं कुछ ऐसे भी उपाय हैं, जहां आधुनिक कैमरे हों या सिस्टम दोनों नहीं काम करते हैं .ऐसे में जुगाड़ का सहारा लेना पड़ता है. लखनऊ यातायात में चौराहों पर लगने वाले जाम से ऐसे लोगों को निजात दिलाने की कोशिश की गई है, जो बिना रेड लाइट का इंतजार किए हुए अपने बाएं मुड़ना चाहते हैं. ऐसे में उनके लिए फ्री लेफ्ट की व्यवस्था पहले की गई थी, लेकिन कामयाब नहीं हुई. अब जुगाड़ से कुछ ऐसे डिवाइडर बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से फ्री लेफ्ट की व्यवस्था की गई है. इनसे लोगों को काफी राहत मिल रही है.
जुगाड़ इंजीनियरिंग से यातायात को फायदा
राजधानी लखनऊ के यातायात में एडीसीपी पूर्णेन्दु सिंह ने चौराहों पर लगने वाले जाम से जूझ रहे ऐसे लोगों को राहत देने की कोशिश की है. उसके लिए उन्होंने एक ऐसा जुगाड़ डिवाइडर बनाया है. वहीं इस जुगाड़ के लिए विभाग की तरफ से कोई पैसा भी नहीं खर्च किया गया, बल्कि उन्होंने सेतु निगम की मदद से दो सौ ऐसे डिवाइडर तैयार किए हैं, जिन्हें चार चौराहों पर लगाया गया है. वहीं विभाग अब इसका परीक्षण कर रहा है कि यह जुगाड़ सफल रहा तो शहर के अन्य चौराहों पर भी इस तरह के उपाय किए जाएंगे.
यातायात के एडीसीपी पूर्णेन्दु सिंह ने बताया कि सेतु निगम की मदद से दो सौ ऐसे जुगाड़ डिवाइडर तैयार किए गए हैं, जिन्हें फ्री लेफ्ट के लिए चौराहों पर लगाया जा रहा है. फिलहाल चार चौराहों पर ऐसी व्यवस्था की गई है और यह व्यवस्था सफल रही तो अन्य चौराहों पर इस तरह की व्यवस्था की जाएगी.