लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए अधिकारियों को राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित पुरानी धरोहर विशेष तौर पर पुराने इमारतों को जल्द से जल्द विकसित करने के निर्देश दिए हैं. ताकि इन पर्यटक स्थलों पर पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ाया जा सके. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की देर रात पर्यटन विभाग के समीक्षा बैठक में प्रदेश के धरोहरो के विकास के लिए विभाग की ओर से प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव को देखने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
ज्ञात हो कि बैठक में पर्यटन विभाग की और से प्राचीन धरोहर भवनों के एडॉप्टिव रियूज, अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के मंदिर के साथ ही वहां प्रस्तावित संग्रहालय मंदिर व गेटवे कॉम्प्लेक्स टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेण्टर के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुतीकरण किया. प्रस्तुतीकरण देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं. इसे देखते हुए प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए गम्भीरता किए जाए.
प्रदेश की संरक्षित धरोहरों को जल्द विकसित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में बड़ा डाक विभाग के अधिकारियों को प्रथम चरण में लखनऊ की छत्तर मंजिल, कोठी गुलिस्तां-ए-इरम, कोठी दर्शन विलास, कोठी रोशन-उद्-दौला के को पर्यटन के बिहार से विकसित करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में संरक्षित विरासत संपत्तियों में मिर्जापुर के चुनार किला, बरसाना के जल महल, कानपुर के शुक्ला तालाब, बिठूर की टिकैतराय बारादरी की को विकसित करने को कहा है. मुख्यमंत्री ने अयोध्या के पंचकोशी व 14 कोसी मार्गो को प्राकृतिक सौंदर्य के साथ विकसित करने के निर्देश दिए हैं.
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