लखनऊः महिला स्वास्थ्य कर्मियों को एक हजार किलोमीटर से अधिक दूर किए गए स्थानांतरण के मुद्दा यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन द्वारा उठाने के बाद शनिवार रात को निदेशक द्वारा संशोधित सूची जारी की गई. जिसमें लगभग ढाई सौ महिला स्वास्थ्य कर्मियों को आसपास के जिलों में तैनाती दी गई है. लेकिन दिव्यांगों, युगल दंपत्ति, दो वर्ष से कम सेवानिवृत्त, गंभीर बीमारी पदाधिकारियों आदि पर कोई विचार निदेशक प्रशासन द्वारा नहीं किया गया. पुरुषों को तीन विकल्प के आधार पर निकट जनपदों में तैनाती देने का प्रस्ताव भी निदेशक प्रशासन द्वारा नहीं माना गया. जिसको लेकर सोमवार को 3000 से अधिक कर्मचारी स्वास्थ्य भवन का घेराव करेंगे.
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यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि संशोधित सूची जारी होने से यह साबित हो चुका है कि निदेशक प्रशासन महोदय नियमित रूप से स्थानांतरण किए गए. संगठन दोबारा तीनों स्थानांतरण सूची निरस्त किए जाने एवं निदेशक प्रशाशन को निलंबित कर जांच की मांग करने की मांग को लेकर सोमवार को मिनिस्ट्रियल संवर्ग एवं अन्य सहयोगी संगठन साथियों के साथ लगभग 3000 से अधिक कर्मचारी स्वास्थ भवन का घेराव करेंगे.
मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन द्वारा जारी इस आंदोलन को प्रदेश के विभिन्न विभागीय गैर विभागीय संगठनों का समर्थन प्राप्त है. सभी संगठनों ने यह कहा है कि अगर मिनिस्ट्रियल के साथ इस आंदोलन में कोई कार्यवाही की गई तो उत्पीड़न के विरुद्ध सभी संगठन इसमें शामिल हो जाएंगे.