लखनऊ: बुधवार की रात केजीएमयू ट्रामा सेंटर की दूसरी मंजिल में आग लग गई. आग मामले पर केजीएमयू प्रशासन ने एक जांच कमेटी गठित की. इस कमेटी की पहली रिपोर्ट में ट्रामा सेंटर की सिस्टर इंचार्ज समेत तीन लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है. केजीएमयू प्रशासन पूरे प्रकरण में एफआईआर दर्ज करवाने का भी निर्णय ले रहा है.
4 सदस्यीय कमेटी का किया गठन
केजीएमयू प्रशासन ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए प्रॉक्टर की देखरेख में 4 सदस्य कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी की प्रथम रिपोर्ट के अनुसार लिफ्ट संचालक असिस्टेंट इंजीनियर उमेश यादव, अधिशासी अभियंता अखिलेश कुमार और ट्रामा सेंटर में कार्यरत सिस्टर इंचार्ज को दोषी पाया है. इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. इन तीनों पर लापरवाही का आरोप है.
कमेटी मेें कौन हैं शामिल
इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर डॉ. आरएस कुशवाहा की अगुवाई में एक कमेटी गठित की गई है. इसमें ट्रामा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संतोष कुमार, ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉ. सुरेश कुमार और संकाय प्रभारी डॉक्टर प्रेम राज सिंह को शामिल किया गया है.