लखनऊ : मौसम में हल्की ठंडक आने के बाद राजधानी में डेंगू के मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. आज 6 मरीजों में बुखार की शिकायत पर जांच में तीन में डेंगू की पुष्टि हुई है. पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. सरकारी और निजी लैब दोनों की रिपोर्ट में तीनों पॉजिटिव पाए गए हैं.
लार्वा मिलने पर 10 को नोटिस
राजधानी लखनऊ में आज स्वास्थ विभाग की टीम द्वारा सर्वेक्षण किया गया. इस दौरान स्वास्थ विभाग की टीम ने 10 घरों और दफ्तरों में लार्वा मिलने पर नोटिस दिया. राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल इंचार्ज डॉक्टर केपी त्रिपाठी के मुताबिक जहां भी डेंगू के मामले सामने आए हैं, वहां पर एन्टी लार्वा छिड़का जा रहा है. उन्होंने कहा कि लगातार डेंगू के मामले सामने आने के बाद राजधानी में हालात धीरे-धीरे बिगड़ते जा रहे हैं. इन बिगड़ते हालातों से यह भी साफ है कि डेंगू को लेकर सतर्कता बरतने का समय आ चुका है.
सीएमओ की टीम ने किया जागरुक
इसके अलावा राजधानी लखनऊ में आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी की टीम ने सरकारी विभाग समेत अस्पतालों का सर्वेक्षण किया. इस दौरान डेंगू के लार्वा मिलने पर नोटिस भी थमाया गया. नोटिस में सभी विभागों को अपने यहां से गंदगी युक्त पानी हटाने और डेंगू से बचाव के लिए तमाम व्यवस्थाएं करने के लिए कहा गया है. इस दौरान जनसमान्य से भी अपील की गई कि वर्तमान में मच्छर जनित रोगों का संक्रमण चल रहा है. इसमें डेंगू लोगों की लापरवाही से पनप रहा है. इससे बचाव और नियंत्रण के लिए लोगों को जागरुक किया गया. इस दौरान लोगों को स्वास्थ्य विभाग की टीम की तरफ से हिदायत दी गई कि अपने घर के अंदर जैसे कूलर, गमले, छत पर पड़े टायर, कबाड़ और पशु-पक्षियों के पीने के पानी ज्यादा दिन तक न रखें. घर के आसपास पानी का जमाव न होने दें तथा दिन में शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें और रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. साथ ही बुखार होने पर नजदीकी चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, ताकि समय रहते डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके.