लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) आज मिशन शक्ति के तीसरे चरण (Mission Shakti Phase 3) का शुभारंभ करने वाले हैं. इस मौके पर सीएम योगी (CM Yogi) शुक्रवार को आत्मनिर्भर हो चुकी महिलाओं से वर्चुअल संवाद (virtual dialogue) करेंगे. साथ ही उन्हें एक बड़ी सौगात देते हुए ऑनलाइन फंड ट्रांसफर (online fund transfer) भी करेंगे. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में महिला सशक्तिकरण (women empowerment) का एक और सशक्त प्रयास शुरू होगा जाएगा और 40 हजार स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी करीब साढ़े चार लाख महिलाएं संगठित होकर स्वरोजगार की तरफ पहला कदम बढ़ाएंगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य के विभिन्न जिलों में बैंकिंग सखी, पीडीएस दुकानों का संचालन, बिजली बिल वसूली तथा सामुदायिक शौचालय के संचालन में लगी महिलाओं से वर्चुअल संवाद करेंगे. बताया जा रहा है कि 40 हजार स्वयं सहायता समूहों (self help groups) के खाते में रिवाल्विंग फंड के रूप में प्रत्येक के खाते में 15 हजार रुपये भेजे जाएंगे.
इसके पहले प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी (Chief Secretary Rajendra Kumar Tiwari) की अध्यक्षता में 'मिशन शक्ति' (Mission Shakti) के संबंध में गुरुवार को बैठक आयोजित की गयी. जिसमें मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं और बेटियों को स्वावलम्बी बनाने के लिए संबंधित विभागों को आगमी दो दिनों में दिसम्बर माह तक की साप्ताहिक कार्य योजना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने 'मिशन शक्ति' के लिए नामित नोडल विभाग गृह एवं महिला कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपस में बेहतर सामंजस्य स्थापित कर अभियान को सफल बनाया जाए.
मुख्य सचिव ने कहा कि 'मिशन शक्ति' अभियान में महिलाओं को जागरूक एवं स्वावलम्बी बनाये जाने के लिए आम-जनमानस का भी अधिक से अधिक सहयोग प्राप्त किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में अधिक से अधिक महिलाओं को भागीदार बनाकर उनके जीवनस्तर को उच्च एवं उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए. उन्होंने कहा कि इस बार के अभियान में घरेलू महिलाओं को घर पर ही रहकर आत्मनिर्भर बनाये जाने पर फोकस किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि 'मिशन शक्ति' पोर्टल को यथाशीघ्र विकसित कराकर महिलाओं के लिए चलाए जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी उक्त पोर्टल पर अपलोड कराया जाए. उन्होंने कहा कि 'मिशन शक्ति' के अन्तर्गत प्रदेश की महिलाओं को शिक्षित, सशक्त, स्वावलम्बी और आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया जाएगा.
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी कहा कि तीसरे चरण में 'मिशन शक्ति' के अर्न्तगत नवचयनित महिला ग्राम प्रधानों को भी इस अभियान से जोड़कर उनकी अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित कराई जाए. ग्राम स्तर पर महिलाओं को सशक्त एवं जागरूक करने में महिला ग्राम प्रधानों की भूमिका भी अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी. अभियान के अन्तर्गत महिलाओं के उत्थान के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं व्यक्तियों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि तीसरे चरण को स्वास्थ्य विभाग से जोड़ा जाएगा. जिलास्तर पर जागरूकता अभियान कार्यक्रम भी आयोजित कराए जाएं. इनमें स्कूल, कॉलेज के अध्यापकों और प्रधानाचार्यों को भी जोड़ा जाएगा. महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए कौशल विकास विभाग द्वारा उन्हें प्रशिक्षित किया जाए और अधिक से अधिक रोजगार भी उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वावलम्बन के लिए जनपद के प्रत्येक तहसील में स्थापित महिला हेल्प डेस्क को प्रभावशाली ढंग से संचालित किया जाए. उन्होंने कहा कि हेल्प डेस्क में प्राप्त होने वाली शिकायतों के अनुश्रवण की भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
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मुख्य सचिव ने कहा कि महिलाओं, छात्राओं एवं अध्यापिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण तथा शारीरिक, मानसिक यौन शोषण के विषय में विधिक जानकारी के लिए जागरूक किया जाए. औद्योगिक विकास विभाग द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति के रूप में व्यापारिक प्रतिष्ठानों में जागरूकता गोष्ठी एवं कार्यशालाएं आयोजित की जाए. बैठक में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह, प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार वी हेकाली झिमोमी, मिशन निदेशक एनएचम अपर्णा यू सहित अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी आदि मौजूद रहे.