लखनऊ: अक्सर मानसून के सीजन में बारिश में भीगने या नमी की वजह से तमाम तरह के वायरल इन्फेक्शन शरीर में दस्तक देते हैं. यह वायरल इन्फेक्शन खून में भी समाहित होते हैं. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति रक्तदान करता है तो उस रक्त से किसी अन्य मरीज में वायरल इन्फेक्शन बढ़ने का खतरा काफी अधिक हो जाता है.
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा का कहना है कि मानसून के सीजन में वायरल इन्फेक्शन के चलते कई बीमारियां हो जाती हैं.
- उन्होंने कहा इस समय बहुत सारी बीमारियां हाइजीन का ख्याल न रखने, नमी, उमस और गंदगी आदि की वजह से हो जाती हैं.
- इसमें खासतौर पर वायरल, बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन काफी ज्यादा हो जाते हैं.
- इसके अलावा कुछ एलर्जी इन्फेक्शन भी मानसून में होना आम बात हो जाती है.
- डॉ. ने बताया कि आप इस मौसम में किसी भी तरह की इन्फेक्शन या बीमारी की चपेट में हैं और रक्तदान करते हैं तो यह किसी अन्य व्यक्ति के लिए घातक साबित हो सकता है.
पांच बीमारियों की होती है स्क्रीनिंग
- डॉ. तूलिका चंद्रा ने बताया कि ब्लड बैंक में पांच तरह की बीमारियों की स्क्रीनिंग की जाती है.
- इसमें एचआईवी, हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस-सी, मलेरिया और सिफलिस जैसी बीमारियां शामिल हैं.
- इन बीमारियों के वायरस काफी समय तक रक्तदाता के खून में होते हैं और उनकी स्क्रीनिंग आसान होती है.
- इसके अलावा किसी भी तरह की कोई भी स्क्रीनिंग ब्लड बैंक में नहीं होती है.
- ब्लड में इन्फेक्शन की स्क्रीनिंग नहीं की जाती है.
- मानसून में मच्छर जनित बीमारियों में डेंगू जैसी बीमारियों का ब्लड टेस्ट किया जाता है.
- उसकी स्क्रीनिंग किसी भी ब्लड बैंक में संभव नहीं है.