लखनऊ: कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विधान परिषद में विपक्षी दल समाजवादी के सदस्यों ने सदन की कार्रवाई शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई. इसके बाद एक बार फिर आधे घंटे के लिए सदन का स्थगन बढ़ाया गया और कल तक के लिए विधान परिषद स्थगित कर दी गई है.
सदन कल तक स्थगित
- सपा के सदस्यों ने आजम खां पर फर्जी मुकदमे लगाए जाने और पूरे प्रदेश में ध्वस्त कानून-व्यवस्था का मामले पर हंगामा करने लगे.
- जबकि बसपा और कांग्रेस के सदस्य अपनी जगह पर खड़े रहे.
- हंगामे को देखते हुए सभापति रमेश यादव ने सदन की कार्रवाई आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी.
- आधे घंटे के लिए फिर सदन का स्थगन बढ़ा दिया गया, लेकिन सपा का हंगामा नहीं रुका.
- विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने सदन के बाहर पत्रकारों से कहा, 'यूपी में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है.
उत्तर प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो गया है. सरकार और अपराधियों के बीच अघोषित गठबंधन हो गया है. मुख्यमंत्री को त्याग पत्र दे देना चाहिए. संभल और सोनभद्र में हुई घटना यह साफ करती हैं कि अपराधियों में कानून का जरा सा भी डर नहीं है. गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है, मुख्यमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी के साथ पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
-दीपक सिंह, एमएलसी, कांग्रेस
विपक्ष के पास जनकल्याणकारी मुद्दों पर चर्चा करने का समय नहीं है. यही विपक्ष जब सरकार में था तब भी जनता को ठगने का काम करता था. आज विपक्ष भी हंगामा कर जनता का अहित कर रहा है और इल्ज़ाम सरकार पर लगाता है, कि सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती है.
-मोहसिन रजा, राज्यमंत्री