लखनऊः नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई कई जिलों में हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बाद 22 दिसंबर को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अपरिहार्य कारणों से निरस्त कर दी गई है. अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा विभाग रेणुका कुमार की तरफ से टीईटी परीक्षा निरस्त किए जाने का आदेश जारी किया गया है. अपर मुख्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया गया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा की अगली तिथि बाद में घोषित की जाएगी.
यूपी के तमाम जिलों में शिक्षक पात्रता परीक्षा 22 दिसंबर को आयोजित होनी थी और लाखों की संख्या में परीक्षार्थियों को इसमें सम्मिलित होना था. किसी प्रकार की घटना और दुर्घटना से बचाने के लिए राज्य सरकार ने टीईटी की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसक घटनाएं हुईं हैं, जिसमें अब तक कई लोग घायल हो चुके हैं.