लखनऊ: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन के समय तमाम दूसरे राज्यों से यूपी आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों को राशन देने के लिए टेंपरेरी राशन कार्ड बनाने का बड़ा फैसला किया है.
खाद और रसद विभाग के अंतर्गत सभी क्षेत्रीय खाद्य कार्यालयों में राशन कार्ड बनाने का काम शुरू किया जाएगा. अभी जो सर्वे शुरू कराया गया है, उसमें मजदूरों के नाम पता और उनके मोबाइल नंबर की जानकारी ली आ रही है. इसी के आधार पर टेंपरेरी राशन कार्ड बनाने का काम किया जाएगा.
10 लाख से भी अधिक संख्या में आए प्रवासी मजदूर
उत्तर प्रदेश में खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार 8 से 10 लाख से भी अधिक संख्या में प्रवासी मजदूर धीरे-धीरे करके आ रहे हैं. अभी सर्वे कराया जा रहा है और पूरा होने के साथ ही टेंपरेरी राशन कार्ड बनाने का काम सभी कार्यालयों के अंतर्गत शुरू कर दिया जाएगा.
1 जून से बनाया जाएगा टेंपरेरी राशन कार्ड
उत्तर प्रदेश में आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों के टेंपरेरी राशन कार्ड बनाए जाएंगे. इसमें खास बात यह रहेगी कि उन लोगों का राशन कार्ड बनाया जाएगा जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत पंजीकृत नहीं होंगे या जिनके पास राशन कार्ड नहीं होंगे. उत्तर प्रदेश में करीब 8 से 10 लाख की संख्या में मजदूर आने वाले हैं, क्योंकि अभी मजदूरों का आना लगातार जारी है. ऐसी स्थिति में 1 जून से टेंपरेरी राशन कार्ड बनाना और फिर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत राशन देने का काम शुरू करने वाले हैं.
ऐसे बनाए जाएंगे टेंपरेरी राशन कार्ड
कार्ड बनाने के लिए प्रवासी मजदूरों के मोबाइल नंबर में एक ओटीपी भेजा जाएगा और फिर उसी के आधार पर उन्हें दो माह का राशन दिया जाएगा. राशन देने की व्यवस्था प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत दी जाएगी. स्पेशल पैकेज के अनुसार प्रति व्यक्ति 5 किलो राशन दिया जाएगा और प्रति परिवार को एक किलो चना भी दिया जाएगा. यह 2 महीने का अतिरिक्त राशन के रूप में दिया जाएगा.