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उत्तर प्रदेश में विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अपने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षक धरने पर बैठें हैं. शिक्षकों ने कई प्रेरणा ऐप प्रेरणा एप हटाए जाने व पेंशन बहाली समेत तमाम अन्य मांगें पूरी न होने से नाराज शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट सभागार के बाहर धरना प्रदर्शन किया.

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विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक
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Published : Jan 22, 2020, 2:02 AM IST

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में जिलेभर के शिक्षक मुख्यालय स्थित बीएसए कार्यालय में काली पट्टी बांध धरने पर बैठे. प्रेरणा एप हटाए जाने व पेंशन बहाली समेत तमाम अन्य मांगें पूरी न होने से नाराज शिक्षकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिक्षकों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए, उन पर तत्काल सकारात्मक कदम उठाए जाने की मांग की है.

मुजफ्फरनगर: यूपी माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने जिला कलेक्ट्रेट पर धरना दिया और जमकर नारेबाजी की. इस धरने को शिक्षकों ने शिक्षक सम्मान बचाओ बताया. शिक्षकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा धारा 18 में संशोधन किया जाना और धारा 21 को समाप्त करना ये मुख्य कारण है. जिसमें शिक्षक की सेवा सुरक्षा समाप्त की जा रही है, उसी को लेकर पूरे प्रदेश के प्राथमिक से लेकर डिग्री तक के शिक्षक धरने पर बैठे हैं. आज स्कूलों की तालाबंदी कर सब लोग यहां पर आए हैं.
विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक.

हाथरस: में मंगलवार को तमाम स्कूलों के शिक्षक सामूहिक आकस्मिक अवकाश लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्र हुए. जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन में शामिल हुए शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कुछ शिक्षकों ने कविता के माध्यम से, तो कुछ ने अपने भाषणों के माध्यम से सरकार पर प्रहार किया.

बांदा: जिले में मंगलवार को पुरानी पेंशन बहाली समेत 12 सूत्रीय मांगों को लेकर माध्यमिक और बेसिक स्कूलों के हजारों की संख्या में शिक्षकों ने स्कूलों में तालाबंदी कर जिला मुख्यालय में जोरदार धरना दिया. जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से इन्होंने सरकार से मांग की है कि इनकी मांगों पर सरकार ध्यान दें वरना यह आगे उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे.

जालौन : के उरई में मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ और माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में शिक्षकों ने एक विशाल धरना दिया. शिक्षकों का धरना 12 सूत्रीय मांगों को लेकर था जिसमें सबसे बड़ी मांग पुरानी पेंशन बहाली और सरकार द्वारा रोकी गई प्रोन्नति को बहाल किया जाना शामिल है. शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा उनकी मांगों को जल्द से जल्द माना जाए, यदि सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है तो इससे बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

फतेहपुर: जिले के नहर कालोनी में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों और कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली सहित 13 मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया. शिक्षक पूर्णरूप से विद्यालयों में तालाबंदी कर प्रदर्शन में भाग लिए. प्रदर्शन कर रहें शिक्षकों ने बताया कि जब राजनेता पुरानी पेंशन स्वयं ले रहें हैं तो कर्मचारियों को क्यों नहीं दिया जा रहा है.

शिक्षकों ने विद्यालय में शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए कुल 13 मांगों का पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया. इनकी मांगो में प्रमुख रूप से सभी विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों के पद भरें जाय, सभी स्कूलों में कम्प्यूटर के शिक्षक नियुक्ति किया जाय, निःशुल्क चिकित्सा सुविधाएं दी जाय इन सभी के साथ सरकार द्वारा लागू किया जा रहा प्रेरणा एप्प न लागू करने का मांग रहा.

उन्नाव: उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय व जूनियर स्कूलों के शिक्षकों ने शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर, बीएसए कार्यालय में धरने पर बैठ गए. शिक्षकों का आरोप है कि सरकार कोई भी मूलभूत सुविधाएं शिक्षकों को नहीं दे रही है केवल आश्वासन तक सुविधाएं लंबे समय से सिमटी हैं.

शिक्षकों ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली, सहायक शिक्षक से प्रधान शिक्षक प्रमोशन, जनगणना कार्य समेत अन्य कार्यों से शिक्षकों को अलग किए जाने की मांग लगातार शिक्षकों की तरफ से की जा रही है, मगर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही. प्रदेश सरकार कोरे आश्वासन तक सीमित है. शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर कड़ा विरोध दर्ज कराया. कहा कि सरकार की तरफ से मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं दिया गया तो, अनिश्चित काल के लिए स्कूलों में तालाबंदी कर शिक्षक सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे.

सीतापुर: माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों ने अपनी 12 सूत्रीय लम्बित मांगो को लेकर जीआईसी मैदान में शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस के रूप में जबरदस्त प्रदर्शन किया. शिक्षक संघ के नेताओ ने स्कूलों में सप्लाई किए जाने वाले स्वेटर और जूते-मोजों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े करते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा.

बिजनौर: उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ और माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में शिक्षक इकट्ठे हुए और बिजनौर के बीएसए कार्यालय अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. शिक्षकों द्वारा लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और मांग पूरी नही होने के चलते आज सैकड़ों शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया.

जिले में बीएसए कार्यालय पर मंगलवार को सैकड़ों शिक्षक उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ और प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर इकट्ठा हुए. शिक्षकों ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने 3 वर्ष के कार्यकाल में शिक्षक विरोधी नीतियां अपनाई है. जिससे शिक्षक संघ आहत होकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है.

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में जिलेभर के शिक्षक मुख्यालय स्थित बीएसए कार्यालय में काली पट्टी बांध धरने पर बैठे. प्रेरणा एप हटाए जाने व पेंशन बहाली समेत तमाम अन्य मांगें पूरी न होने से नाराज शिक्षकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिक्षकों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए, उन पर तत्काल सकारात्मक कदम उठाए जाने की मांग की है.

मुजफ्फरनगर: यूपी माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने जिला कलेक्ट्रेट पर धरना दिया और जमकर नारेबाजी की. इस धरने को शिक्षकों ने शिक्षक सम्मान बचाओ बताया. शिक्षकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा धारा 18 में संशोधन किया जाना और धारा 21 को समाप्त करना ये मुख्य कारण है. जिसमें शिक्षक की सेवा सुरक्षा समाप्त की जा रही है, उसी को लेकर पूरे प्रदेश के प्राथमिक से लेकर डिग्री तक के शिक्षक धरने पर बैठे हैं. आज स्कूलों की तालाबंदी कर सब लोग यहां पर आए हैं.
विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक.

हाथरस: में मंगलवार को तमाम स्कूलों के शिक्षक सामूहिक आकस्मिक अवकाश लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्र हुए. जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन में शामिल हुए शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कुछ शिक्षकों ने कविता के माध्यम से, तो कुछ ने अपने भाषणों के माध्यम से सरकार पर प्रहार किया.

बांदा: जिले में मंगलवार को पुरानी पेंशन बहाली समेत 12 सूत्रीय मांगों को लेकर माध्यमिक और बेसिक स्कूलों के हजारों की संख्या में शिक्षकों ने स्कूलों में तालाबंदी कर जिला मुख्यालय में जोरदार धरना दिया. जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से इन्होंने सरकार से मांग की है कि इनकी मांगों पर सरकार ध्यान दें वरना यह आगे उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे.

जालौन : के उरई में मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ और माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में शिक्षकों ने एक विशाल धरना दिया. शिक्षकों का धरना 12 सूत्रीय मांगों को लेकर था जिसमें सबसे बड़ी मांग पुरानी पेंशन बहाली और सरकार द्वारा रोकी गई प्रोन्नति को बहाल किया जाना शामिल है. शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा उनकी मांगों को जल्द से जल्द माना जाए, यदि सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है तो इससे बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

फतेहपुर: जिले के नहर कालोनी में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों और कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली सहित 13 मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया. शिक्षक पूर्णरूप से विद्यालयों में तालाबंदी कर प्रदर्शन में भाग लिए. प्रदर्शन कर रहें शिक्षकों ने बताया कि जब राजनेता पुरानी पेंशन स्वयं ले रहें हैं तो कर्मचारियों को क्यों नहीं दिया जा रहा है.

शिक्षकों ने विद्यालय में शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए कुल 13 मांगों का पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया. इनकी मांगो में प्रमुख रूप से सभी विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों के पद भरें जाय, सभी स्कूलों में कम्प्यूटर के शिक्षक नियुक्ति किया जाय, निःशुल्क चिकित्सा सुविधाएं दी जाय इन सभी के साथ सरकार द्वारा लागू किया जा रहा प्रेरणा एप्प न लागू करने का मांग रहा.

उन्नाव: उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय व जूनियर स्कूलों के शिक्षकों ने शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर, बीएसए कार्यालय में धरने पर बैठ गए. शिक्षकों का आरोप है कि सरकार कोई भी मूलभूत सुविधाएं शिक्षकों को नहीं दे रही है केवल आश्वासन तक सुविधाएं लंबे समय से सिमटी हैं.

शिक्षकों ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली, सहायक शिक्षक से प्रधान शिक्षक प्रमोशन, जनगणना कार्य समेत अन्य कार्यों से शिक्षकों को अलग किए जाने की मांग लगातार शिक्षकों की तरफ से की जा रही है, मगर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही. प्रदेश सरकार कोरे आश्वासन तक सीमित है. शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर कड़ा विरोध दर्ज कराया. कहा कि सरकार की तरफ से मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं दिया गया तो, अनिश्चित काल के लिए स्कूलों में तालाबंदी कर शिक्षक सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे.

सीतापुर: माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों ने अपनी 12 सूत्रीय लम्बित मांगो को लेकर जीआईसी मैदान में शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस के रूप में जबरदस्त प्रदर्शन किया. शिक्षक संघ के नेताओ ने स्कूलों में सप्लाई किए जाने वाले स्वेटर और जूते-मोजों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े करते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा.

बिजनौर: उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ और माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में शिक्षक इकट्ठे हुए और बिजनौर के बीएसए कार्यालय अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. शिक्षकों द्वारा लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और मांग पूरी नही होने के चलते आज सैकड़ों शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया.

जिले में बीएसए कार्यालय पर मंगलवार को सैकड़ों शिक्षक उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ और प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर इकट्ठा हुए. शिक्षकों ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने 3 वर्ष के कार्यकाल में शिक्षक विरोधी नीतियां अपनाई है. जिससे शिक्षक संघ आहत होकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है.
Intro:मांगें पूरी न होने से नाराज शिक्षकों ने काली पट्टी बांध दिया धरना

हमीरपुर। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में जिलेभर के शिक्षक मुख्यालय स्थित बीएसए कार्यालय में काली पट्टी बांध धरने पर बैठे। प्रेरणा एप हटाए जाने व पेंशन बहाली समेत तमाम अन्य मांगें पूरी न होने से नाराज शिक्षकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिक्षकों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए उन पर तत्काल सकारात्मक कदम उठाए जाने की मांग की है। 




Body:मंडलीय अध्यक्ष रणविजय सिंह गौर ने कहा कि शिक्षकों के साथ सरकार अच्छा नहीं कर रही है। शिक्षकों की सेवा सुरक्षा आज खतरे में है। सभी शिक्षकों पर सरकार प्रेरणा ऐप जबरन थोप रही है। शिक्षक संघ पुरानी पेंशन बहाली की लंबे अरसे से मांग कर रहा है लेकिन प्रदेश सरकार की तरफ से शिक्षकों की मांग को लेकर अभी तक कोई भी सकारात्मक कदम शासन की ओर से नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन तथा समान सेवा शर्तें व सभी शिक्षकों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा दिलाई जाए, साथ ही शिक्षकों का विनियमितीकरण भी किया जाए तथा महिला शिक्षकों को विशिष्ट अवकाश भी दिया जाए। 


Conclusion:उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने यदि शिक्षकों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो सभी शिक्षक सड़क पर उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

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नोट : बाइट माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय अध्यक्ष रणविजय सिंह गौर की है।
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